छात्र अभिभावक मंच ने आज निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों को इस बारे ज्ञापन सौंपा। छात्र अभिभावक मंच ने निजी स्कूलों पर पूरी फीस वसूल कर सरकार के आदेशों की अहवेलना का आरोप लगाया है। मंच का कहना है कि कोरोना काल में निजी स्कूल अभिभावकों पर फीस जमा करवाने का दबाव बना रहे हैं। सरकार ने मई में स्कूलों को ट्यूशन फीस लेने के आदेश दिए थे लेकिन निजी स्कूल इस फैसले को न मानकर पूरी फीस ले रहे हैं।
छात्र अभिभावक मंच के सयोंजक विजेन्दर मेहरा ने कहा कि कोरोना काल में हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में निजी स्कूलों द्वारा वसूले जाने वाली भारी भरकम फीसों को माफ किया जाना चाहिए। स्कूल अंतिम तिमाही की फीस देने के लिए अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं। ऐसे में जो अभिभावक फीस नहीं दे पा रहे है उनके बच्चों को ऑनलाइन क्लास से बाहर किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाकर अभिभावकों को राहत प्रदान करे।