उत्तर प्रदेश के हाथरस में वाल्मीकि समुदाय की मनीषा के साथ हुए अत्याचार को लेकर देश के विभिन्न राज्यों में वाल्मीकि समुदाय के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। गुस्साए लोग उत्तर प्रदेश की सरकार और प्रशासन की कार्रवाई को अब माननीय करार दिया जा रहा है। वीरवार को जिला मुख्यालय धर्मशाला में जिला बाल्मीकि जन कल्याण मंच बामसेफ वह अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों ने मिलकर इस घटना का विरोध किया। उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जिला बाल्मीकि जन कल्याण मंच के प्रधान राजकुमार कालरा व अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति वर्ग के अध्यक्ष पूर्ण चंद भाटिया ने कहा कि सरकार दलित परिवारों के साथ अन्याय कर रही है और प्रदेश और देश की जनता दलित परिवारों के साथ हो रहे अन्याय को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को का एक पत्र भेजा जाएगा जिसमें हाथरस में घटित घटना की उचित जांच की मांग की जाएगी। अगर मृत मनीषा को न्याय नहीं मिलता है और उसके साथ दुराचार करने वाले चारों आरोपियों को फांसी नहीं दी जाती है तो बाल्मीकि समाज और प्रदेश के दलित न्याय के लिए आंदोलन का रुक अख्तियार करेंगे।