उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई एक दलित युवती के साथ बलात्कार की घटना को लेकर पूरे देश में लोग सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, राष्ट्रपति द्वारा तीन कृषि विधेयकों को मंजूरी देने पर पूरे देश में विरोध हो रहा है। इसी को लेकर जिला कांगड़ा के नगरोटा बंगवा में एनएसयूआई द्वारा हाथरस मामले के विरोध में प्रदर्शन किया गया। उन्होंने नगरोटा बस स्टैंड से लेकर ठारू तक रैली निकाली गई। इस विरोध प्रदर्शन में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया और युवती को न्याय दिलाने के लिए दोषियों को कड़ी से कड़ी दिलाने की मांग की। वहीं, कृषि विधेयकों पर भी उन्होंने हल्ला बोलते हुए किसान बिल को वालस लेने की मांग की।
लोगों का कहना है कि इस तरह के जघन्य अपराध जब तक होते रहेंगे तब तक देश की बेटियां खुद को कहीं भी महफूज नहीं समझ सकती हैं। लोगों ने हाथरस में घटित घटना की उचित जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि जिस तरह युवती से दुराचार किया गया है अगर उसे न्याय नहीं मिलता है तो हम इस तरह के विरोध प्रदर्शन आगे भी करेंगे। साथ ही उन्होंने उन चारों आरोपियों को फांसी दी जाने की बात भी कही। वहीं, उन्होंने कृषि विधयकों पर कहा कि ये किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। एक तो पहले ही लॉकडाउन के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ हैं, वहीं दूसरी तरफ अब ये बिल किसानों को और अधिक घाटा पहुंचाएंगे।