किसान बिल पास होने के बाद अब कांग्रेस केंद्र और प्रदेश सरकार को घेरने की कवायद में जुट गई है। इसी कड़ी में आगामी दस अक्तूबर को मंडी में किसान सम्मेलन के बहाने कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी। प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से देश की जनता परेशान हैं। जबकि किसान बिल पास कर भाजपा सरकार ने किसानों को बेरहमी से खत्म करने की सुनियोजित चाल चली है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थ व्यवस्था को बढ़ाने में कृषि क्षेत्र का अहम योगदान रहा है। किसान की पैदावार को सरकारी स्तर पर खरीदने के अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य भी मिलता था। मगर अब नए कृषि बिल में यह प्रावधान नहीं रहेगा। अब किसान सीधे अपनी फसल बेचेगा मगर किसे। अदानी, अंबानी और देश के चार-पांच बड़े घरानों का वर्चस्व इस क्षेत्र में रहेगा।
उन्होंने कहा कि कृषि उपज से सरकारी नियंत्रण खत्म करना किसानों के स्वावलंबन पर सीधा हमला है। यह आने वाले समय में अपने आपमें गंभीर चुनौती है। किसानों की उपज खरीद से समर्थन मूल्य खत्म कर दिया है। अब एक नई चुनौती देश के अंदर आ गई है। प्रधानमंत्री निजीकरण की ओर बढ़ रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर के निर्देश पर प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया है। जिसके चलते प्रदेश के चारों संसदीय क्षेत्रों में किसान सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। जिसका समापन्न आगामी 10 अक्तूबर को मंडी में होगा। जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर किसानों से बातकर उन्हें भाजपा किसान विरोधी बिल से होने वाले नक्सान के बारे में अवगत करवाएंगे।
रोहतांग टनल कांग्रेस की सोच
प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने कहा कि रोहतांग अटल टनल जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। वास्तव में यह सोच स्व. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की थी। जिसका सर्वे पंडित सुखराम ने रक्षा मंत्री रहते हुए करवाया था। जबकि अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे योजना में डाला था। साल 2004 में यूपीए सरकार के दौरान प्रधानमंत्री डॉ. मनामोहन सिंह ने इसके लिए बजट का प्रावधान किया था। रोहतांग टनल बीते सात वर्षें में बनकर तैयार नहीं हुई है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सब चीजों का श्रेय लेने में माहिर हैं। भाजपा के प्रदेश और केंद्र के नेता सर्वव्यापी झूठ बोलने की कला में माहिर हैं। केंद्र सरकार ने किसानों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। जबकि विरोध करने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमें बनाए जा रहे हैं। हाथरस में पीडि़त परिवार से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मिलने नहीं दिया गया। भाजपा हर चीज में राजनीति कर रही है।