बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने PM मोदी द्वारा सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सभी मौसम में खुली रहने वाली अटल सुरंग के उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है। साथ ही सभी प्रदेश वासियों को भी बधाई दी है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से इस परियोजना को तेजी से निष्पादित करने और राज्य के लोगों की दशकों पुरानी मांग को पूरा करने के लिए मैं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री को हार्दिक धन्यवाद देता हूं। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनावों की व्यस्तता के चलते नड्डा टनल के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो पाए हैं।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि समुद्र तल से करीब तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर बनी लगभग 9.02 किलोमीटर लंबी ‘अटल टनल’ दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है जो वर्ष भर देश को लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। पहले घाटी करीब छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी। लगभग 3,300 करोड़ रुपए की कीमत से बनी अटल टनल देश की रक्षा के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दिसंबर 2019 में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में सुरंग का नाम ‘अटल टनल’ रखने का निर्णय किया था। इस टनल से मनाली से केलांग की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी और अब मात्र महज डेढ़ घंटे तय की जा सकेगी। इससे मनाली और लेह के बीच की दूरी भी अब 46 किलोमीटर कम हो गई है। उन्होंने स्व. अटल बिहारी जी से मनाली में हुई एक मुलाक़ात का जिक्र करते हुए कहा कि इस टनल की नींव श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 26 मई 2002 में रखी थी। अटल जी ने इस टनल के शिलान्यास के समय कहा था कि ये पत्थर हिमाचल प्रदेश के विकास की नींव का पत्थर है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के केंद्र की सत्ता से हटने के बाद अटल जी एक बार मनाली आये थे तो उन्होंने मुझसे पूछा था कि टनल का काम कैसा चल रहा है तो मैंने उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया कि टनल का काम काफी धीमा चल रहा है। तब इस पर अटलजी ने कहा कि टनल के शिलान्यास का पत्थर जो मैंने रखा है, यह मेरे दिल पर रख गया है। तो मुझे इस बात की हार्दिक ख़ुशी है कि हिमाचल प्रदेश के विकास के जिस पत्थर को अटल जी ने रखा था, कांग्रेस ने जिस पत्थर को प्रदेश के विकास का रोड़ा बना दिया था, उसे हटा कर मां भारती के सच्चे सपूत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत की है।
अटल टनल के उद्घाटन से आज प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल मनाली और लाहौल स्पीति के बीच की दूरियां ख़त्म की हैं, बल्कि उन्होंने हिमाचल में विकास की गति को तेज करने की राह में आई दूरियों और प्रदेश के आगे बढ़ने के नए विजन और उसके क्रियान्वयन के बीच की भी दूरियों को भी ख़त्म किया है। इससे हिमाचल प्रदेश की वादियों में विकास की एक नई सुबह हुई है। यह श्रद्धेय अटल जी का ड्रीम प्रोजेक्ट था। 'अटल टनल' प्रधानमंत्री मोदी के दिल के भी बहुत करीब है जिन्होंने हमारी रक्षा नीति के लिए इसके रणनीतिक महत्व की कल्पना की थी। उन्होंने हिमाचल में भाजपा की सेवा करने के दौरान राज्य के लिए इसके महत्व को महसूस किया था।
नड्डा ने कहा कि ‘अटल टनल’ भारत के बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ताकत देगी। प्रधानमंत्री के शब्दों में यह विश्व स्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता-जागता उदाहरण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र की बीजेपी सरकार ने विगत 6 वर्षों में पुरानी स्थिति को बदलने की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास किया है। सीमावर्ती क्षेत्रों हिमालय क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, कारगिल, लेह-लद्दाख, उत्तराखंड और सिक्किम में अनेकों प्रोजेक्ट्स पूरे किए जा चुके हैं। साथ ही दर्जनों प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आज ‘अटल टनल’ के उद्घाटन से न केवल अटल जी का सपना पूरा हुआ है, बल्कि हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का दशकों पुराना इंतजार भी खत्म हुआ है। आज का दिन मेरे लिए एक हिमाचल प्रदेश के निवासी होने के नाते और एक भाजपा कार्यकर्ता की दृष्टि से भी इतना भावुक पल है जिसकी व्याख्या नहीं की जा सकती। आज का दिन न केवल हिमाचल प्रदेश के लिए बल्कि समस्त देशवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है। मैं एक बार पुनः ‘अटल टनल’ के उदघाटन के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं और हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक निवासियों को बधाई देता हूं।