प्रदेश में 12 अक्टूबर से सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में 100 फीसदी शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ को नियमित तौर पर आना होगा। इससे पहले 21 सितंबर से सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ को ही बुलाया जा रहा था। इसको लेकर सरकार ने एसओपी जारी कर दी है। इस दौरान प्रधानाचार्य के साथ मिलकर छात्रों के बैठने की व्यवस्था पर माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा। सभी स्कूलों को 17 अक्टूबर तक अपना तैयार किया हुआ प्लान जिला उपनिदेशकों सौंपना होगा। जिलों की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा निदेशालय गाइडलाइन जारी करेगा।
सरकार द्वारा जारी एसओपी के अनुसा सभी सरकारी शिक्षण संस्थानों को 15 अक्टूब से 17 अक्टूबर तक अभिभावकों से ई-पीटीएम के जरिए संवाद करना होगा। इस दौरान उन्हें अभिभावकों को स्कूलों में कोविड-19 से छात्रों के बचाव को लेकर उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी देनी होगी। इसके अलावा छात्रों को फर्स्ट टर्म ऑनलाइन परीक्षा के दौरान और हर घर पाठशाला पहल जैसे साप्ताहिक प्रश्नोत्तरी और उपचारात्मक शिक्षण सामग्री भी अभिभावकों से साझा की जाएगी। अभिभावकों की लिखित सहमति के साथ कक्षा 9 वीं से 12 वीं के छात्रों का स्कूल आने का क्रम अगले आदेश तक जारी रहेंगे।