शिमला में आज स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया एचपीयू ने छात्र मांगों को लेकर राज्यपाल एंव विश्वविद्यालय चांसलर को छात्र मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से कैंपस एसएफआई ने राज्यपाल महोदय के सामने छात्र मांगों को रखते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जो इस साल नए शैक्षिक सत्र के लिए पीजी एलएलएम, एमफिल में मेरिट के आधार पर प्रवेश का निर्णय लिया है। उसे तुरंत प्रभाव से विश्वविद्यालय प्रशासन वापस ले क्योंकि विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने का अधिकार सभी छात्रों को है और केवल एंट्रेंस के माध्यम से ही वह अवसर जो संविधान ने हम सभी छात्रों को दिया है एक समान अवसर का वह जीवित रह सकता है।
लेकिन अगर प्रशासन मेरिट आधार पर प्रवेश करता है तो इससे एक बड़ा तबका उच्च शिक्षा से महरूम रह जाएगा। इसके साथ-साथ उन्होंने राज्यपाल से यह भी मांग की है कि यूजी पहले और दूसरे सत्र के छात्रों के प्रमोशन को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसी तरह का कोई फैसला नहीं लिया है। जिससे बहुत से छात्र अपने आगे के एकेडमिक फ्यूचर को लेकर परेशान है। इसलिए अब विश्वविद्यालय प्रशासन सभी छात्रों को प्रमोट करें।
इसके अलावा आर्थिक मंदी से जूझ रहे प्रदेश और प्रदेश वासियों को राहत देते हुए इस वर्ष की सभी प्रकार की फीस, हॉस्टल औऱ विभिन्न डिपार्टमेंट की कंटिन्यू एसन फीस उसमें छात्रों को राहत दी जाए या उसे पूरी तरह से माफ किया जाए। सभी मांगों पर राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वो जल्दी ही इस पर स्टूडेंट्स हित में फैसला लेंगे। अगर प्रशासन जल्दी ही इस पर कोई कार्यवाही नहीं करता है तो आने वाले समय में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया सभी छात्र समुदाय के साथ मिलकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेगी।