रोहतांग टनल की शिलान्यास पट्टिका हटाए जाने को लेकर अब तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का बयान आया है। धूमल ने मानते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने 2010 में शिलान्यास किया था। इसकी पट्टिका को टनल में लगा दिया जाता है तो इसमें कोई नुकसान की बात नहीं है। पट्टिकाएं हटाना औऱ तोड़ना कांग्रेस की संस्कृति रही है। बीजेपी अपने संस्थापकों द्वारा दिखाए गए आदर्शों और उच्चतम सिद्धांतों का अनुसरण कर रही है।
धूमल ने कहा कि औट के पास मंडी और कुल्लू के बीच लारजी सुरंग की पट्टिका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नष्ट कर दी थी। कांग्रेस के नेताओं को जब अपने ही कर्मों का फल मिला तो वे शोर मचा रहे हैं। फाउंडेशन स्टोन की पट्टिकाओं को आमतौर पर संबंधित विभाग अपने पास सुरक्षित रख लेता है, ऐसे में इसमें हंगामा करने की जरूरत नहीं है।
इस बीच कुल्लू पुलिस ने कहा है कि जिस शिलान्यास पट्टिका को लेकर कांग्रेस सवाल उठा रही है, वह अटल टनल रोहतांग का निर्माण करने वाली कंपनी के स्टोर में मौजूद है। पुलिस ने यह छानबीन कांग्रेस की ओर से केलांग में दी गई शिकायत के आधार पर की थी। इसे सुरंग में लगाने के सवाल पर बीआरओ ने कहा है कि ऊपर से आदेश आने पर ही कोई क़दम उठाया जाएगा।