असम-मिजोरम राज्यों के दो गुटों के बीच दोनों राज्यों के बॉर्डर पर हिंसक झड़प हो गई। जिसमें कई लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। हिंसा के बाद इलाके में स्थिति नियंत्रण में है। मिजोरम के गृह मंत्री ललचामलियाना ने कहा कि हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला आज दोनों राज्यों के साथ होने वाली बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिव मौजूद रहेंगे। हिंसा प्रभावित क्षेत्र मिजोरम के वैरेंगते गांव के पास और असम के लैलापुर में सीआरपीएफ सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मिजोरम से लगी राज्य की सीमा पर हुई एक हिंसक झड़प में कई लोगों के घायल हो जाने के बाद वहां की मौजूदा स्थिति से प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय को अवगत कराया। उन्होंने सीमा विवाद को सौहार्द्रपूर्ण तरीके से हल करने और अंतर-राज्यीय सीमा पर शांति, कानून व्यवस्था कायम रखने के लिये सहयोग के साथ काम करने की भी हिमायत की। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आपस में मतभेद हों, लेकिन उन्हें अवश्य ही वार्ता के जरिये दूर किया जाना चाहिए। जोरमथंगा ने सोनोवाल को अंतर-राज्यीय सीमा पर शांति कायम रखने की कोशिशों और सहयोग का भरोसा दिलाया। मिजोरम सरकार ने भी असम के कछार जिले और राज्य के कोलासीब जिले के बीच सीमा पर तनाव दूर करने के लिये केंद्र से संपर्क किया है
जानकारी के अनुसार कोलासिब जिले के पुलिस उपायुक्त एच लल्थलंगलियाना ने बताया कि शनिवार शाम को लाठी-डंडे लिए असम के कुछ लोगों ने सीमावर्ती गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास कथित तौर पर एक समूह पर पथराव किया, जिसके बाद वैरेंगते गांव के निवासी भारी संख्या में एकत्र हो गए। उन्होंने कहा कि इलाके में लागू निषेधाज्ञा के बावजूद वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी, जोकि लैलापुर गांव के लोगों की थीं।