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ATM कार्ड जेब में फिर भी कट जाते हैं पैसे, क्योंकि 10 मीटर दूर से ही कार्ड का डेटा चुरा लेती है ये डिवाइस

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ये खबर आपको हैरान कर सकती है और शायद भरोसा भी ना करें। ये सोचने लगें कि ऐसा तो नहीं हो सकता है। लेकिन ये पूरी तरह से सच है। अब आपके एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड का डेटा सीधे किसी स्किमर डिवाइस के संपर्क में बिना आए भी चोरी हो सकता है। यानी आपके एटीएम कार्ड का डेटा हवा में भी चोरी हो सकता है। हैकर्स की दुनिया में ऐसी डिवाइस तैयार कर ली गई है और इसकी खूब बिक्री भी हो रही है। ये डिवाइस किसी एटीएम या पीओएस मशीन से 100 मीटर के रेडियस की दूरी से भी आपके कार्ड की डिटेल ले लेगा। इस डिवाइस को इंडिया में काफी संख्या में लोग खरीद चुके हैं।

एडिशनल एसपी साइबर क्राइम शिमला नरवीर सिंह राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस डिवाइस का नाम GSM DATA  RECIVER है । दुनिया भर के हैकर्स के लिए बने एक पोर्टल पर इस कार्ड की डिटेल दी गई है। सीक्रेट हैकर्स नाम के ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर इस डिवाइस को बेचा जा रहा है। इसकी ऑनलाइन कीमत है 999 अमेरिकी डॉलर। यानी करीब 73 हजार रुपये। ये डिवाइस काफी पोर्टेबल है जिसे आसानी से कोई भी छुपा कर रख सकता है। इस डिवाइस का साइज सिर्फ 10 सेंटीमीटर है। इसमें 4500 mAh की बैट्री है। जिसे एक बार चार्ज करने के बाद 24 घंटे तक इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

डिवाइस में 2700 कार्ड का डेटा स्टोर

हैकर्स का दावा है कि इस डिवाइस में 2700 क्रेडिट या डेबिट कार्ड का डेटा स्टोर किया जा सकता है। इस डिवाइस को साइबर क्रिमिनल किसी भी एटीएम बूथ से 10 मीटर या 100 मीटर के रेडियस (परिधि) में लगाकर डेटा चुरा सकते हैं। इस डिवाइस में एक मिनी एंटीना भी है। इस एंटीना को ओपन करने पर ये आधुनिक स्कीमर डिवाइस 100 मीटर के रेडियस में एटीएम या पीओएस मशीन में डाले गए कार्ड का डेटा चुरा सकती है। अगर एंटीना बंद है तो 10 मीटर के रेडियस से डेटा चुरा सकती है।

…इसलिए डेली हजारों से हो रही ठगी

इन दिनों साइबर क्राइम की घटनाओं में रोजाना हजारों लोगों के क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की क्लोनिंग कर ठगी के मामले आ रहे हैं। ज्यादातर लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने कार्ड की जानकारी किसी को नहीं दी और ना ही किसी संदिग्ध मशीन पर कार्ड को स्वाइप किया। इसके बाद भी डेटा चोरी कर ठगी की घटना से लोग परेशान हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इसी तरह की वाई-फाई स्किमर डिवाइस के जरिए डेटा चोरी कर ठगी को अंजाम दिया गया होगा।

ऐसे इस्तेमाल कर रहे हैं

किसी भी एटीएम मशीन, रेस्तरां या ऐसे स्थानों पर जहां अक्सर लोग कार्ड से कैश निकालने आते हैं या फिर पेमेंट करते हैं। उन स्थानों पर साइबर क्रिमिनल इस डिवाइस को बैग में छुपाकर रख लेते हैं। इस डिवाइस के बारे में जानकारी जुटाने वाले हैं  इसमें जीएसएम मॉड्यूल रिसीवर है। इसमें ऐसा खास सॉफ्टवेयर है जो किसी भी एटीएम टर्मिनल या दुकानों पर लगीं पीओएस मशीनों से कनेक्ट हो जाता है। इस डिवाइस को बैग में या कार में लेकर कोई साइबर क्रिमिनल किसी एटीएम से 10 से 15 मीटर दूर खड़े हो जाते हैं। इसके बाद डिवाइस को अपने लैपटॉप से कनेक्ट कर देते हैं। अब जैसे ही एटीएम बूथ में गया कोई व्यक्ति अपने कार्ड से पैसे निकालता है तो ये डिवाइस एटीएम कार्ड के सभी डेटा के साथ पिन नंबर की भी डिटेल चुरा लेती है। ये डेटा डिवाइस की मेमोरी में स्टोर हो जाता है। जिसके जरिए कार्ड की क्लोनिंग कर साइबर क्रिमिनल कभी भी आपके बैंक खाते से पैसे निकाल लेते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले जो मार्केट में स्किमर डिवाइस थी उसमें एटीएम कार्ड को फिजिकली स्वाइप करने की जरूरत पड़ती थी। लेकिन अब इस वाई-फाई डिवाइस से कार्ड को फिजिकली बिना स्वाइप किए ही डेटा चुराकर उससे ठगी की जा सकती है।

इन बातों का रखें ध्यान

वाई-फाई स्किमर डिवाइस के आने से कहीं भी ठगी हो सकती है। इसलिए डेबिट कार्ड के इस्तेमाल से बचें।
कार्ड के बजाय स्कैन कोड के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करें जिससे आपका डेटा चोरी नहीं होगा।
अपने एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें। इससे खतरा कम होगा।