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मैं नहीं अनिल शर्मा ही लड़ेंगे मंडी सदर से चुनाव, जनता तय करेगी किस दल से लड़ना है चुनाव: आश्रय शर्मा

बीरबल शर्मा |

कांग्रेस प्रदेश महासचिव एवं पं.सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने सांसद रामस्वरूप शर्मा पर पलटवार किया है। मीडिया को संबोधित करते हुए आश्रय शर्मा ने कहा कि पं. सुखराम का परिवार सुविधा की नहीं, संघर्ष की राजनीति करता है। उन्होंने कहा कि वे मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ेंगे। यहां से वर्तमान विधायक अनिल शर्मा ही चुनाव लड़ेंगे । यह सदर विस क्षेत्र की जनता तय करेगी कि उन्हें किस दल से चुनाव लड़ना है। 

आश्रय शर्मा ने माना कि कांग्रेस से मंडी संसदीय क्षेत्र का चुनाव लड़ने से पूर्व उन्होंने और उनके दादा ने जनता की नब्ज नहीं टटोली। उन्होंने कहा कि वे और पं. सुखराम भाजपा के सदस्य नहीं रहे, यह बात पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सत्तपाल सत्ती ने भी कही है कि आश्रय शर्मा और पं. सुखराम भाजपा के सदस्य नहीं थे। दूसरा पं. सुखराम की इच्छा थी कि जिस पार्टी में उन्होंने अपना जीवन लगा दिया, उन्हें वासप कांग्रेस में लौटना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कहने पर पं. सुखराम ने कांग्रेस में वासपी की है। लेकिन अनिल शर्मा तो भाजपा के टिकट पर सदर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं, भाजपा उनके साथ भी सौतेला व्यवहार कर रही है।

उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी विधानसभा क्षेत्र नहीं है जहां विधायक को दर किनारे कर उनके ऊपर पांच लोगों की कमेटी बनाकर तबादले और अन्य विकास कार्य उन्हीं के माध्यम से करवाए जा रहे हैं। आश्रय शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने सदर में चुने हुए विधायक के संविधानिक अधिकारों को छीनने का काम किया है। अनिल शर्मा ने न तो उनके लिए वोट मांगें है और न ही रामस्वरूप शर्मा के लिए वोट मांगे। इसके बावजूद भाजपा और प्रदेश सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। 

आश्रय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में प्रशासन की ओर से अनिल शर्मा को सदर का विधायक होने के नाते आमंत्रित नहीं किया जाता है। और जब वे बिना बुलाए किसी कार्यक्रम में जाते हैं तो उनके बैठने के लिए सीट नहीं रखी जाती है। यही नहीं भाजपा विधायक दल की बैठक में भी अनिल शर्मा को नहीं बुलाया जाता है।
आश्रय शर्मा ने कहा कि अनिल शर्मा ने मंडी बस अड्डे का विरोध नहीं किया है। बल्कि महेंद्र सिंह ने परिवहन मंत्री होते हुए मंडी बस अडडे का स्वरूप बदला और इसके निर्माण में हेराफेरी की है। 

उन्होंने कहा कि रामस्वरूप शर्मा मंडी और कोटली के बस अड्डे की तुलना करें। कोटली के बस अडडे का निर्माण अनिल शर्मा ने करवाया है। जहां पर साठ बसों के खड़े होने की जगह और दुकानें भी बनी है। जबकि मंडी बस अड्डे में ऐसी व्यवस्था नहीं है। रामस्वरूप शर्मा अपनी यादास्त सुधारे अनिल शर्मा को सदर की जनता ने समय दिया है। मुख्यमंत्री से उन्होंने सदर के विकास के लिए साथ काम करने की बात की थी। 

आश्रय शर्मा ने रामस्वरूप शर्मा के उस बयान का जवाब देते हुए कहा कि अनिल शर्मा को महेंद्र सिंह का खौफ नहीं है। उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह से नहीं डरे तो महेंद्र सिंह से क्या डरना। महेंद्र सिंह सदर विधानसभा क्षेत्र में हस्तक्षेप करते रहते हैं, जबकि अनिल शर्मा ने मंत्री रहते हुए कभी भी धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं किया। उन्होंने कहा कि रामस्वरूप शर्मा को मंडी सदर से 27 हजार मतों की बढ़त मिली है। उन्होंने सदर के लोगों से वादा किया था कि वे सदर के विधायक बनकर काम करेंगे। मगर सदर का विकास करना तो दूर कोटली कालेज केलिए आबंटित धन को भी सराज डायबर्ट कर दिया गया। ऐसा भेदभाव सदर के लोगों के साथ क्यों किया जा रहा है। अब वे क्यों नहीं सदर के लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री दो सालों में पूरा करें अपना ड्रीम प्रोजेक्ट:

आश्रय शर्मा ने कहा कि मंडी में हवाई पट्टी बनाना मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है। अब तो चीन भी अंदर घुस आया है, ऐसे में डिफेंस का एयरपोर्ट बन सकता है। मुख्यमंत्री अगर दो साल में अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करवा दे तो मैं अपनी राजनीति की शुरूआत करना ही छोड़ दूंगा। उन्होंने जिला भाजपा अध्यक्ष रणवीर सिंह से कहा है कि वे मंडी में तीन ऐसे काम बता दें जो मुख्यमंत्री द्वारा करवाए गए हैं।