उतर प्रदेश के हाथरस, बलराम और बाराबांकी में दलित लड़कियों के साथ बलात्कार को दलित शोषण मुक्ति मंच ने शिमला में उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। योगी सरकार पर दोषियों को बचाने का लगाया आरोप। मंच ने डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा और दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की।
दलित शोषण मुक्ति मंच के सयोंजक जगत राम ने बताया कहा कि राष्ट्रीय मंच के आह्वान पर जिला दलित शोषण मुक्ति मंच देश और प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित प्रदेशों में दलित बेटियों और महिलाओं के साथ बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार दलित महिलाओं और दलितों को सुरक्षा देने के बजाय आरोपियों को बचाने का कार्य कर रही है। हाथरस में दलित लड़की के साथ जो जघन्य कांड हुआ है उसे पूरा देश शर्मसार हुआ है।
दलित शोषण मुक्ति मंच ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार आरोपियों को सजा दिलाने की बजाय उन्हें बचाने में लगी हुई है। यही नहीं उत्तर प्रदेश शासन का प्रशासन भी आरोपियों को बचाने में लगा हुआ है। राष्ट्रपति को दिए ज्ञापन में दलित शोषण मुक्ति मंच में उत्तर प्रदेश में हुई बलात्कार और हत्या कांड की घटनाओं की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से करवाने की मांग की है। उन्होंने राष्ट्रपति से यही मांग की है कि योगी सरकार दलितों और महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुई है। लिहाजा ऐसी सरकार को बर्खास्त कर उन पर कानूनी कार्यवाही भी की जानी चाहिए।