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GS बाली का सरकार पर हमला, स्वास्थ्य, बेरोजगारी, कोरोना पर किये सरकार से सवाल

मृत्युंजय पुरी |

एक बार फ़िर कई मुद्दों को लेकर पूर्व मंत्री जीएस ने सरकार पर सवालों के कटघरे में खड़ा किया। जीएस बाली ने ख़ास तौर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को निशाने पर लिया और सरकार से सवाल किये। उन्होंने कहा कि कई दिनों से कुछ ग़रीब लोग उनके पास आ रहे हैं औऱ स्वास्थ्य सुविधाओं से आहत रह रहे हैं। टांडा प्रदेश का दूसरा बड़ा अस्पताल है जो आधे हिमाचल का इलाज करता है। सरकार यहां सभी सुविधाएं प्रदान करे। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जो सुविधाएं बनाई थी उनमें भी फर्जीगिरी की जा रही है। ख़ासतौर सुपर स्पेशलिस्ट ब्लॉक औऱ उनके कार्ड का खास ख्याल रखा जाए।

जीएस बाली ने कहा कि अब दिपावाली का सीज़न आ रहा और हर प्रकार की पाबंदी औऱ पंजीकरण खोल दिये गए हैं। ऐसे में सरकार को पूरी सावधानियां बरतनी चाहिए। इसके तहत अभी से ही सरकार पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए। क्योंकि डब्ल्यूएचओ ने साफ कहा है कि अभी कोरोना और बढ़ने की आशंका है।

कांगड़ा जिला की अनदेखी का सवाल…??

जीएस बाली ने कहा कि कांगड़ा में सरकार ने क्या किया है। एक भी प्रोजेक्ट आया हो तो उसका कोई नाम तक बता दे। सरकार सेंट्रल यूनिवर्सिटी का हल्ला करते थी लेकिन अभी तक कुछ नहीं आया। दोनों और इनकी सरकार है लेकिन कुछ नहीं हो रहा। कांगड़ा ट्रेन के विस्तार पर पर कोई बात नहीं बनी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल हवा हवाई बात करके चले गए। कांग्रेस के टाइम पर जो काम हुआ है वे ही काम आज देखने को मिलता है।

पीसीसी चीफ बदलने की अटकलों पर जवाब…

पीसीसी चीफ के बदले जाने की अटकलों पर जीएस बाली ने कहा कि लीडर शीप मे वही होना चाहिए जिसको लोग मानें। ये हाईकमान तय करता है कि लीडरशीप चेंज करना है या नहीं। फिलवक़्त मुझे ये लगता है कार्यकर्ता हताष है। क्योंकि कोरोना के कारण कांग्रेस जमीनी स्तर पर नहीं रह पाई। जब तक कार्यकर्ता के साथ नहीं मिलेंगे-जाएंगे, तब तक कार्यकर्ता हताष रहेगा। 2022 में बदलाव होना है लेकिन सभी को एकसाथ चलना होगा। कुछ पार्टी के लोग अलग दिशा में चल रहे हैं जो नुकसान पहुंचाएंगे।

पूर्व मंत्री ने कहा कि आज सबसे गंभीर मुद्दा बेरोजगारी का है। बेरोजगारों को खुध अपनी जंग लड़ने के लिए सड़कों पर उतरना चाहिए। हम तो पहले भी बेरोजगारों के खिलाफ लड़ते रहे हैं औऱ आगे भी जंग रथ यात्रा जैसी जंग जारी रहेगी। लेकिन अब वक़्त आ गया है कि युवाओं को अपने हक़ औऱ हितों के लिए खुद लड़ना ही होगा। फ़िर चाहे सरकार किसी की भी हो। हमने अपनी सरकार के दौरान जी जान के साथ भत्ता लगवाया था लेकिन इस सरकार ने फिर बंद कर दिया।

सवालों के जवाब में बोले जीएस बाली…

कर्मचारियों की मांग है कि पुरानी पेंशन स्कीम आनी चाहिए। समय आने पर इसपर विस्तार से चर्चा होगी। एक्सपर्ट की टीम की कमेटी बनाई जाएगी जो सारा लेखा जोखा तैयार करेगी।
अनिल शर्मा के कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ने के सवाल पर जीएस बाली ने कहा कि ये भविष्य की बात है। अभी तक वे बीजेपी विधायक है और उन्होंने कुछ लिखकर नहीं दिया। बाकी सब हाईकमान तय करेगा।
युवा कांग्रेस के चुनाव में हस्तक्षेप के सवाल पर जीएस बाली ने कहा कि मुझे जरूरत नहीं। युवा काफी है हस्तक्षेप करने के लिए। जो सदस्यता थी उसपर हमें जरूर कुछ हैरानी है।
थर्ड फ्रंट की संभावनाएं काफी तेज चल रही हैं। बीजेपी से लोग अलग हो रहे हैं और वे बाकी पार्टी का साथ नहीं दे रहे।
कंडक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में कहा कि पहले तो उक्त छात्र औऱ उसे अंदर जाने वाले शिक्षण संस्थान के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अगर कोई एक्शन नहीं होता तो साफ है कि इसमें मिलीभगत चल रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। उनके राजनीति छोड़ने से शिमला ही नहीं बल्कि पूरे हिमाचल में कई जगह नुकसान होगा। फिलहाल वे अपना काम पूरा करेंगे औऱ अगर हमारी जरूरत पड़ी तो हम जरूर जाएंगे।