प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अपने ही विधानसभा क्षेत्र के लोग सरकार से खफा चल रहे हैं। दरअसल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गाड़ा गुशेनी, पंचायत थाचाधार , सिराज में हेलिपैड बनाने की घोषणा की थी जिसको लेकर थोड़ा काम भी शुरू हो गया था लेकिन अब हेलीपैड का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। निर्माण कार्य भी लंबे अरसे से बंद पड़ा है। मुख्यमंत्री का हेलीपैड बनाने का वादा केवल घोषणा तक ही सीमित रह गया है।हालांकि क्षेत्र के लोग शिमला में मामले को लेकर मुख्यमंत्री से भी मिले थे लेकिन समस्या का हल नहीं हो पाया है।
जब निर्माण कार्य शुरू किया गया था तो स्थानीय निवासी की लगभग 5 बीघा जमीन भी हेलीपैड के निर्माण में दायरे में आई थी। कई सेब के फलदार पौधे भी इसकी चपेट में आ गए थे जिसका मुआवजा जमीन के मालिक को नहीं दिया गया। अब न ही हेलिपैड का निर्माण क्षेत्र में हो रहा है जिससे क्षेत्र के निवासियों में सरकार के खिलाफ़ खासा गुस्सा है। लोगों ने सरकार से मांग की है कि अगर क्षेत्र में हेलीपैड का।निर्माण ही नहीं होना था तो मशीनें लगाकर लोगों की जमीन से सेब के पौधे क्यों उखाड़े गए। लोगों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
वहीं, मामले को लेकर कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। सिराज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री बल्ह में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने और गग्गल एयरपोर्ट को भी विस्तारीकरण की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के अपने ही गृह क्षेत्र में एक हेलीपैड की घोषणा ही पूरी नहीं हो रही है। लोगों को केवल झूठे सपने दिखाकर उनके सेब में फलदार पौधे नष्ट किये जा रहे हैं जो की दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही सरकार द्वारा किये गए वादे पूरे नहीं हो रहे हैं तो प्रदेश अन्य जिलों में क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है।