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रेडक्रॉस निःस्वार्थ भाव से पीड़ित मानवता की सेवा के लिए तत्पर: राकेश प्रजापति

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जिला कांगड़ा उपायुक्त ने शुक्रवार को डीआरडीए के सभागार में जिला रेडक्रॉस कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता की। रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि ज़िला रेडक्रॉस सोसायटी, कांगड़ा निःस्वार्थ भाव से पीड़ित मानवता की सेवा करती आ रही है। समाज सेवा की भावना मनुष्य के अंतकरण की वह मूल भावना है जो हमें कठिन परिस्थितियों में अपने साथियों, गरीब, जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए प्रेरित और तत्पर करती है। उपायुक्त ने कहा कि ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा कोविड-19 के दौरान माह अप्रैल से सितम्बर, 2020 तक जिला में 188 लाभार्थियों की सहायता के लिए 8 लाख 85 हजार 737 लाख रुपये की राशि व्यय की गई है। यह धनराशि रेडक्रॉस सोसायटी कांगड़ा ने निर्धन, बीमार, असहाय और अक्षम व्यक्तियों को उनके इलाज के लिए निःशुल्क औषधियां, ऑपरेशन के लिए सहायता, निर्धन बच्चों को उनकी पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता एवं नकद सहायता के लिए प्रदान की है। उन्होंने बताया कि सोसायटी द्वारा 280 निर्धन और प्रवासी परिवारों के लोगों को राशन और भोजन सामग्री उपलब्ध करवाई गई।

उपायुक्त ने बताया कि ज़िला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा इस अवधि के दौरान दिव्यांग व्यक्तियों की सहायता के लिए 8 कैम्प लगाए गए जिसमें 180 दिव्यांगजनों पंजीकृत हुए। सोसायटी ने 40 प्रतिशत या उससे अधिक दिव्यांगता वाले 130 दिव्यांग व्यक्तियों को मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किए। सोसायटी द्वारा चलाये जा रहे ज़िला पुर्नवास केन्द्र के माध्यम से 10 दिव्यांगों को श्रवण यंत्र, 06 को व्हील चेयर, 1 को वॉकर, छः को बैसाखियां और 3 व्यक्तियों को कृत्रिम अंग फ्री उपलब्ध करवाए गए। इसके अतिरिक्त 38 दिव्यांगजनों को मार्गदर्शन एवं परामर्श प्रदान किया गया। लॉकडाऊन अवधि में कर्फ्यू के दौरान डायलिसिस रोगियों को अपना डायलिसिस ज़िले में और ज़िले के बाहर करवाने में बहुत मुश्किल हो रही थी। ऐसी स्थिति में जिला रेडक्रॉस सोसायटी ने अस्पताल में उनके डायलिसिस की व्यवस्था करवाने के लिए 145 रोगियों को आने-जाने का कर्फ्यू पास जिला प्रशासन के माध्यम से जारी करवाया तथा पात्र 21 व्यक्तियों को एम्बूलेंस सुविधा भी उपलब्ध करवाई। ज़िला रेडक्रॉस सोसायटी आगे भी इस प्रकार के पात्र निर्धन व जरूरतमंद लोगों की सहायता करती रहेगी।

उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा ‘‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’’ अभियान के तहत जिजिविषा कार्यक्रम शुरू किया गया है ताकि समाज में बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच को बदला जा सके। जिजिविषा अभियान के तहत मेधावी बेटियों को जिला प्रशासन की ओर से आईआईटी, जेईई और नीट प्रतियोगी परीक्षाओं के दो वर्ष की फ्री कोचिंग सुविधा प्रदान की जा रही है। इस के लिए 26 मेधावी छात्राओं का चयन किया गया है। यह सभी छात्राएं सरकारी शैक्षणिक संस्थानों से संबंधित हैं। उन्होंने रेडक्रॉस की आय को बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि सोसायटी की वर्तमान में आय के साधन कम होते जा रहे हैं और अधिक से अधिक आय के स्त्रोत सृजित किये जाएं ताकि रेडक्रॉस की गतिविधियां सुचारू रूप से चलाई जा सकें।
 
प्रजापति ने कहा कि जो दुकानें रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा किराये पर दी गई हैं उनका संचालन सोसायटी के निर्धारित मापदंडों के अनुसार ही किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन दुकानदारों ने अपनी दुकानें आगे किराये पर दी होंगी उन पर कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए उप-समिति का गठन किया गया है। जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा अच्छे पहनने योग्य कपड़ों को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए हनुमान मंदिर के समीप ‘‘वॉल ऑफ कांइडनैस’’ बनाई जाएगी। जहां जरूरतमंद लोग अपनी सुविधा के अनुसार कपड़े प्राप्त कर सकेंगे। जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव ओपी शर्मा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया और सोसायटी की गतिविधियों बारे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान बैठक में उपस्थित रेडक्रॉस कार्यकारिणी कमेटी के सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव भी दिए।