मनाली शहर की ट्रैफिक व्यवस्था के लिए कुल्लू पुलिस द्वारा करीब 25 लाख रुपए की लागत से तैयार इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और ट्रैफिक कंट्रोल रूम, मनाली का ऑनलाइन उद्घाटन आज कोरोना संक्रमित शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर जी द्वारा किया गया है।ITMS(Intelligent Traffic Management System) सिस्टम हिमाचल प्रदेश में पहली बार कुल्लू शहर में लगाने के बाद अब मनाली शहर में भी स्थापित किया गया है।
कुल्लू पुलिस ने 'मिशन ज़ीरो' के अन्तर्गत मनाली शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए और यातायात नियमों की पालना को बढ़ाने के लिए इस सिस्टम की शुरुआत की है। इसमें मनाली शहर के अंदर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर ट्रैफिक चालान ANPR सीसीटीवी कैमरे द्वारा किए जाएंगे जिसमें कैमरों द्वारा वाहन चालक की नंबर प्लेट को रीड करके चालक द्वारा किए गए ट्रैफिक वॉयलेशन को रिकॉर्ड करके उसकी फोटो ,उस दिन की तारीख और समय के साथ सीधे मनाली कंट्रोल रूम को जाएगी।
यहां से चालान बनकर चालक के पते पर भेजा जाएगा जिसको चालक मनाली थाना या ट्रैफिक कंट्रोल रूम में भुगतान कर सकते हैं। सात दिन के अंदर भुगतान न करने पर चालान न्यायालय में भेज दिया जाएगा। ट्रैफिक चालान में तकनीकी उपयोग से हुमन इंटरवेंशन को कम किया जा सकेगा जिससे चालान सिस्टम में पारदर्शिता और सरलता भी आयेगी। चूंकि चालान कैमरों द्वारा होगा इससे ट्रेफिक पुलिसकर्मी औऱर लोगों के बीच अच्छा सामंजस्य स्थापित होगा।
शुरुआत के 15 दिनों में इस नए सिस्टम की जागरूकता के लिए इंटेंसिव कैंपेन चलाएं जाएंगे। ट्रेफिक वॉयलेशनस जैसे ओवरस्पीडिंग , बिना हेलमेट और ट्रिपल राइडिंग, बिना सीटबेल्ट इत्यादि पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। मनाली शहर के MC एरिया के अंदर 40 की स्पीड से ज्यादा गाड़ी की स्पीड होने पर वॉयलेशन कैमरे द्वारा रिकॉर्ड हो जाएगा। किसी भी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था वहां के सिविक ट्रैफिक सेंस को प्रदर्शित करती है। इसलिए कुल्लू पुलिस का सभी जिम्मेदार चालकों से अनुरोध है कि वे यातायात नियमों का पालन करके अपने शहर को ट्रैफिक चालान मुक्त शहर बनाने में अपना सहयोग दें और शहर में अनुशासित ट्रेफिक चलाने में भागीदारी निभाएं।