पूरा विश्व पिछले 7 महीनों से कोरोना वैश्विक महामारी जूझ रहा है। जिसमें लाखों युवाओं की नौकरी चली गई और बेरोजगार हो गए। सरकार ने बेरोजगार हुए युवाओं को भत्ता देने की बात कही थी, देवी कहीं धरातल पर नजर नहीं आ रही, पर दूसरी तरफ बात करें महंगाई की तो आज महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच गई है। जिसमें मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग को अपने परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है। बात की जाए सब्जियों की, या करियाना की, या डिपुओं में मिल रहा सस्ता राशन तो सभी के दामों में दिनोदिन बढ़ोतरी होती जा रही है।
इस बारे में हमीरपुर की जनता की राय ली तो उन्होंने कहा और सरकार से मांग की है कि सरकार ने सत्ता से आने से पहले जनता से वादा किया था कि महंगाई कम करेंगे, पर कहीं ना कहीं यह सरकार उस वादे मैं पूरी तरह असफल हुई है। और करोना वैश्विक महामारी के बाद सब्जियों और करियाना के दामों में बढ़ोतरी होती जा रही है जो गरीब जनता के लिए रोड़ा बन गई है। और यदि को कम नहीं किया जाएगा तो गरीब जनता का दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं हो पाएगा।
जनता ने कहा कि करियाना के बढ़ते दामों के बाद अब सरकार ने डिपो में मिलेगा सस्ता राशन भी महंगा कर दिया है। जिससे अधिकतर गरीब लोग अपना पेट भरते थे। पर अब डिपो से राशन लेना गरीब वर्ग के लिए भी बहुत मुश्किल हो गया है। हिमाचल प्रदेश सरकार कहती है, प्रदेश में महंगाई को विपक्ष बार-बार मुद्दा बनाती है, पर जब अपने भत्ते बढ़ाने की बात हो तो कोई भी विधायक या सांसद कुछ नहीं कहता। पर गरीब जनता पर सरकार महंगाई का बोझ डालती जा रही है।