हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने शिक्षा विभाग द्वारा तीन नवम्बर को जारी आदेशों पर हैरानी व्यक्त की है। जिसमें प्रवक्ताओं को दो बार उपस्थिति रजिस्टर पर हाजरी लगाने के लिये कहा गया है। स्कूल प्रवक्ता संघ ने दोदो बार उपस्थिति रजिस्टर पर उपस्थिति करने एतराज जताया है। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सभी स्कूलो में प्रवक्ता पहले से ही बायोमीट्रिक मशीन के माध्यम से अपनी उपस्थिती दर्ज कर रहे थे, परंतु हाल ही में कोरोना काल में बायोमीट्रिक मशीन पर हजारी न लगाकर पहले की तरह एक बार उपस्थिति रजिस्टर पर हजारी दर्ज कर रहे हैं। लेकिन विभाग द्वारा उक्त पत्र के माध्यम से उपस्थिति रजिस्टर पर दो बार हाजरी लगाने के लिए बाध्य किया जा रहा है जिसका संघ कड़ा विरोध करता है।
संघ के अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर ने बताया कि 20 वर्षो से इस प्रकार की व्यवस्था कायम हे और कभी भी इतने वर्षो में इस प्रकार कि व्यवस्था से कोई समस्या पैदा नहीं हुई परन्तु वर्तमान समय में इस प्रकार के आदेश अध्यापकों की कर्तव्य परायणत्ता पर विभाग के संदेह की ओर इशारा करते है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कि स्कूलों में प्रधानाचार्य का कार्य अनुशासन और व्यवस्था बनाए रखना है। लेकिन विभाग अपने प्रधानाचार्य पर विश्वास नहीं कर पा रहा है जो बहुत हास्यापद है ।
संघ के पदाधिकारियों ने इस बाद पर खेद व्यक्त किया है कि विभाग द्वारा इस पत्र को निकालने का उदेश्य अध्यापकों को अनुशासित करना हैं ताकि वो समय पर स्कूल आये जाएं ।संघ के अधिकारियो ने प्रश्न किया है की क्या अध्यापक 20 वर्षों से समय पर आ और जा नहीं रहे हैं और अगर समय पर आ जा नहीं रहे है तो आज तक प्रधानाचार्य और हर जिला में दो दो शिक्षा उपनिदेशक हे वो क्या कर रहे थे।
संघ के पदाधिकारियों ने विभाग को चेताया है कि सभी अध्यापकों को अनुशानहीनता की दृष्टि से देखना गलत है। संघ हमेशा छात्र हित का पक्षधर रहा है और समय समय पर छात्रहित और शिक्षा के हित में शिक्षा की गुणवत्ता बनी रहे इसके लिए कई तरह के कार्यकम भी कर चुका हैं । अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने उत्पन हुई स्थित पर शिक्षा निदेशक से फोन पर बातचीत की है और उन्होने आश्वासन दिया हैं की पुरानी व्यवस्था ही कायम रहेंगी और जल्द ही इस सम्बन्ध में आदेश जारी होंगे ।