पूर्व मंत्री जीएस बाली ने प्रदेश सरकार पर कांगड़ा की अनदेखी के आरोप लगाए हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा नेताओं की आंतरिक खींचतान और वर्चस्व की लड़ाई ने कांगड़ा क्षेत्र को विकास के मामले में हाशिये पर ला दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकाल में मेडिकल कॉलेज टांडा में स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई हैं। सेंट्रल यूनिवर्सिटी का ड्रामा सब देख ही रहे हैं। फोरलेन ब्रॉड गेज सब ठंडे बस्ते में हैं। डबल इंजन की सरकार के इंजन किस दिशा में जा रहे हैं जनता अब ये साफ देख रही है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में AIIMS, IIM और IIIT जैसे संस्थानों में पूरा सहयोग किया। सभी औपचारिकताएं समय पर पूरी की गई। कांग्रेस सरकार ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी कांगड़ा के लिए भी अपने हिस्से की पूरी औपचारिकताएं की। यहां तक की भाजपा द्वारा घोषित हाइड्रो कॉलेज बिलासपुर के लिए भी हमने खुद निजी प्रयास किए और बंदला के लिए स्वीकृति के साथ-साथ MoU और कक्षाएं शुरू करवाईं।
GS बाली ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिना तैयारी के नगर निगम बना दिये हैं। ग्रामीण इलाकों के लोगों और पंचायतों को जबरदस्ती उसमें घसीटा जा रहा है । रोप-वे कैबिनेट मीटिंग की नोटिंग से बाहर नहीं निकल पा रहे। कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट क्षेत्र को नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा क्षेत्र की औपचारिक तौर पर सत्ता में ताजपोशी के बाहर जमीन कार्य करवाने में कोई वर्चस्व वर्तमान सरकार में नहीं दिखता। भाजपा के अपने विधायक क्षेत्र की आवाज बुलंद करने में मुद्दे उठाने में नाकामयाब हैं। जो कुछ पहले से घोषित है उसे भी लटकाया जा रहा है। लेकिन यहां के भाजपा नेताओं की जुबान इस भेदभाव पर जनता की आवाज उठाने की जगह बंद है।