सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं तक की सेकेंड टर्म की परीक्षाएं करवाने में पेंच फंस गया है। यह परीक्षाएं ऑनलाइन करवानी है या फिर बच्चों को स्कूल बुलाना है, इस पर फैसला नहीं हो पाया है। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा है। 23 नवंबर को होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद ही डेटशीट जारी की जानी है।
कक्षा पहली से 5वीं तक के बच्चे काफी छोटे होते हैं। ऑनलाइन तरीके से वे परीक्षाएं देने में सक्षम नहीं है। फर्स्ट टर्म की परीक्षाओं में भी काफी कम रिस्पांस आया था। इसके चलते अब विभाग ने सरकार से इसके बारे में पूछा है। समग्र शिक्षा अभियान (एसएसएस) ने परीक्षाओं की तैयारियों के लिए सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए हैं। स्कूलों को प्रश्नपत्र तैयार करने का फॉर्मेट भी भेजा गया है। इसमें बताया गया है कि उन्हें किस तरह से प्रश्नपत्रों को तैयार करना है। कैबिनेट के निर्णय के बाद ही स्कूलों को आगामी निर्देश जारी किए जाएंगे। परीक्षाएं नवंबर के अंतिम सप्ताह या फिर दिसंबर के पहले सप्ताह में होंगी।
बता दें कि बीते रोज सरकार ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों की डेटशीट जारी कर दी थी। इन कक्षाओं की परीक्षाएं ऑनलाइन करवाने का निर्णय लिया गया है, जबकि छोटी कक्षाओं पर सरकार फैसला नहीं ले पाई है। समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि स्कूलों को परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूलों की डेटशीट कैबिनेट के निर्णय के बाद ही जारी की जाएगी।