कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों पर पूर्व मंत्री जीएस बाली ने प्रतिक्रिया दी है। जीएस बाली ने कहा कि 2 तारिख़ को शिक्षण संस्थान खोलने से पहले हमने सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था। लेकिन उस वक़्त सरकार ने अपने मनमर्जी की और स्कूल खोल दिए। अब संक्रमण बढ़ने और स्कूलों में मामले आने पर सरकार को फ़िर शिक्षण संस्थान बंद करने के निर्णय लेने पड़े। प्रदेश की सेफ्टी के लिए जो भी सरकार करे, लेकिन पहले बिना सोचे समझे फैसले लेना औऱ बाद में फ़िर पलट जाना सरकार को ये आदत छोड़ देनी चाहिए।
किसी की सलाह मशवरे से अगर प्रदेश और जनता को सुरक्षित रखा जा सकता है तो उसे सुन लेना चाहिए। जीएस बाली ने कहा कि रैलियों को लेकर भी हमनें सरकार को पहले ही आगाह किया था लेकिन मुख्यमंत्री ने डिस्टेंसिंग के बात कहकर बात टाल दी। जयराम राज में किसी की सुनाई नहीं होती जिसका उदाहरण अनुराग ठाकुर भी दे चुके हैं। लेकिन प्रदेश की जनता के लिए सरकार को विपक्ष और बाकी नेताओं की भी बात सुन लेनी चाहिए।