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कैबिनेट निर्णयों से सहमें कुछ लोग, कईयों का शादी की चिंता- तो कईयों को नाइट बस की…

मनीष कौल |

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार ने कैबिनेट बैठक में कई निर्णय लिए। इसमें अहम रूप से स्कूल-कॉलेज 31 दिसंबर तक बंद, 4 जिलों में नाइट कर्फ्यू, 1000 मास्क जुर्माना और सरकारी कार्यक्रमों में 50 फीसदी स्टाफ जैसे कई निर्णय लिए गए। लेकिन इन निर्णयों से ज्यादातल लोगों की परेशानी भी बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा दिक्कत 4 जिलों में लगे नाइट कर्फ्यू से देखने को मिल रही है। ये बात हम सोशल मीडिया के हवाले से कह रहे हैं।

दरअसल, ये नाइट कर्फ्यू रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक रहने वाला है। ऐसे में शादियों के सीज़न में रात को होने वाली शादियों पर खास तौर पर सस्पेंस बन गया। जिनके घर शादी ब्याह हैं वे सोशल मीडिया पर लगातार सरकार और प्रशासन से इस संबंध में सवाल कर रहे हैं। साथ ही नाइट बस सेवा लेने वालों को भी दिक्कत सामने आ रही है। कई लोगों का कहना है कि इन 4 जिलों से नाइट बस सेवा चलेगी या नहीं…?? यहां आपको बता दें कि प्रदेश में ज्यादातर नाइट बस सेवा इन्हीं 4 जिलों से रहती है। तो ऐसे में उनकी समस्या भी लाजमी है।

इसके अलावा होटल कारोबारी भी खास तौर पर परेशान नज़र आ रहे हैं। उनका कहना है कि इस बार बर्फबारी पहले हुई तो कुछ उम्मीद जगी कि कमाई सही रहेगी। लेकिन नाइट कर्फ्यू ने इन लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। कांगड़ा, शिमला, कुल्लू में ही ज्यादातर बर्फ के चलते पर्यटकों की आमद रहती है लेकिन यहां नाइट कर्फ्यू ने स्थानीय लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। साथ ही शादी ब्याह पर लगने वाले डीजे ऑपरेटरों पर सस्पेंस बन गया है। उनका कहना है कि उनका काम चलेगा या नहीं…??

ये सब सवाल सोशल मीडिया पर अलग अलग चैनल के पेज पर देखे गए। हालांकि इन सवालों के जवाब सरकार या प्रशासन द्वारा जल्द ही मिल जाएंगे। लेकिन इतना जरूर है कि इंडोर शादियों के लिए 100 लोगों की लिमिट सरकार ने दी है जबकि आउटडोर पर 200 लोगों को अनुमति रहेगी। बाकी लोगों की समस्याओं पर सरकार या प्रशासन क्या निर्णय लेती है वे एक या दो दिन में साफ हो जाएगा। रही बात ऑनलाइन टीचिंग तो अभिभावक आज भी मनचाही फीस वसूलने से परेशान है। इसके साथ ही कई अभ्यर्थी HPPSC और HPSSC द्वारा लिए जाने वाले पेपरों को लेकर भी सवाल कर रहे हैं कि वे होंगे या नहीं…???

इसमें कोई दो राय नहीं की प्रदेश में संक्रमण बढ़ रहा है। इसकी रोकथाम के लिए सरकार देर से ही सही कुछ सख्ताई अपना रही है।