प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली ने सरकार पर निशाना साधा है। अपने फेसबुक पेज पर जीएस बाली ने जयराम सरकार को अफलातून सरकार करार दिया है। उन्होंने लिखा कि 'हिमाचल के परिपेक्ष्य में यही शब्द सटीक बैठ रहे हैं । एक दिन सरकारी नोटिफिकेशन आती है। शादी में 100 से ऊपर लोग नहीं होंगे लेकिन उससे अगले दिनो में सरकार रैलियां आयोजित करके हजारों लोगों को इकठ्ठा करके जलसे करती है। ऐसी कौन सी जरूरत आन पड़ी है कि खुद सरकारी काफिला कोरोना कैरियर बनकर घूम रहा है । क्या ये सरकार द्वारा प्रायोजित कोरोना बढ़ौतरी नहीं ?
हिमाचल की जनता पढ़ी लिखी है सरकार शिलान्यास उद्घाटन बिना भीड़ इक्कठी किये ऑनलाइन भी कर देती, तब भी लोग जान जाते कि सरकार काम कर रही है। लेकिन सरकार खुद अपने अंदर से अपने काम पर आश्वस्त नहीं दिखती इसलिए जलसों का आयोजन किया गया। 20-20 लोग रोज असमय मरने लगे तो कोरोना से निपटने की याद आई । अब आनन फानन में चार जिलों में रात्रि कर्फ्यू का अफलातून आर्डर निकला । क्या कैबिनेट में किसी को इस बात पर संशय नहीं हुआ कि रात को कौन सी भीड़ रहती है जो कम करनी है। और क्या वो चार जिलों में ही रहती है ?
क्या सरकार के पास आंकड़े थे कि कोरोना रात में मजबूरी में घर से बाहर फंसे इक्का दुक्का आदमी पर अटैक करता है। सरकारी रैली जलसों की दिन की भीड़ पर नहीं। समझ नहीं आता किस ओर प्रदेश को यह सरकार ले जा रही है । और किस आधार पर इनके फैसले हैं।'