जिला हमीरपुर में आज सीटू से जुड़ी सभी युनियनों ने मजदूरों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल व विरोध प्रदर्शनों में शामिल हुई। मोदी सरकार ने मजदूरों से जुड़े 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर दिया है और अब कानूनों के स्थान पर श्रम सहिंताओं को लागू किया जा रहा है कानूनी वैधता को समाप्त करके मजदूरों को ग़ुलामी की तरफ धकेल दिया है। देश में काम की समयावधि 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर दी गयी है और अब हिमाचल प्रदेश में भी फैक्टरी व उद्योगों में इसे लागू कर दिया है। देश के नौजवानों के भविष्य अंधकार की तरफ धकेला जा रहा है।सरकार आवश्यक सेवाओं जैसे पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य परिवहन जैसी सेवाओं का निजीकरण करके लोगों की मुसीबतों को और बढ़ाने के काम में ही लगी है।
किसानों से जुड़े क़ानूनों को समाप्त करके मोदी सरकार किसानों को भी कॉरपोरेट कंपनियों के हबाले लूटने के लिए काम कर रही है और उसी का नतीजा है कि आज किसानों को अपने उत्पाद की कीमत भी वसूल नही हो पा रही है और दूसरी तरफ जनता को भी भारी भरकम कीमतें अदा करनी पड़ रही हैं ये अब सरकार की नीतियों का ही परिणाम है। सीटू ने सरकार की इन नीतियों के विरोध में सीटू दफ्तर में मीटिंग की ओर उसके बाद दफ्तर के बाहर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया । उसके बाद सीटू हमीरपुर डॉ कश्मीर सिंह , सीटू जिला सचिव जोगिंदर कुमार और निर्माण मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष सुरेश राठौर की अगुवाई में एस. डी. एम महोदय के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन , मिड डे मील वर्कर्स यूनियन, निर्माण मजदूरों और सीटू संबंधित तमाम यूनियन आज हड़ताल पर रही। पूरे हमीरपुर जिला के 300से ऊपर गांव में निर्माण मजदूरों ने काम बन्द करके गांव में ही प्रदर्शन किया। भोरंज ब्लॉक में मंजना ओर उत्तम चंद की अगुवाई में गांव स्तर पर आयोजन की अगुवाई करी। सुजानपुर में सुभाष, विजय, रवि की अगुवाई में गांव स्तर पर प्रदर्शन किए और टॉनी देवी ब्लॉक में शक्ति चंद ,केवल कुमार, नीलम और मंजू की अगुवाई में गांव -गांव में प्रदर्शन किए। बिझड ब्लॉक में धर्म सिंह, प्रवीण, धनीराम, अमर सिंह की अगुवाई में गांव स्तर पर प्रदर्शन किए पूरे हमीरपुर जिला मे सीटू के बैनर तले 5000 से ऊपर मजदूरों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन किया।