बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बयानों पर पलवार किया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुकेश अग्नहोत्री मुख्यमंत्री पर बेबुनियादी बयानबाजी को तुरंत बंद कर अपने विधायकों की चिंता करें। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष अपने आधारहीन और बेतुके बयानों से अपनी और अपनी पार्टी की जगहसाई करवा रहे हैं। क्योंकि प्रदेश की जनता हकीकत से अच्छी तरह वाकिफ है कि कोविड के दौर में किस पार्टी ने जनसेवा की और किस पार्टी ने घर में बैठकर आम खाए।
उन्होनें मुकेश अग्निहोत्री को सलाह देते हुए कहा कि यदि आप और आपकी पार्टी इस संकटकाल में सरकार को सहयोग नहीं कर सकती तो इस मामले में जनता को गुमराह करने का प्रयास भी न करें। होना तो यह चाहिए था कि कांग्रेस पार्टी भी इस कोरोना काल में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों में सहभागी बनती परन्तु कांग्रेस पार्टी को प्रदेश की जनता से ज्यादा राजनीति करने में अधिक रूचि है जिसका खामियाजा उन्हें आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा।
सुरेश कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक सशक्त नेतृत्व की प्रतिमा बन कर सामने आये हैं। प्रदेश भाजपा सरकार ने अपने लगभग 3 वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश में अभूतपूर्व विकास कार्य किए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में सुशासन व्यवस्था को बहुत अच्छे से लागू किया है और यही कारण है कि इन तीन वर्षों में सरकार के दामन पर एक भी दाग नहीं लगा है। कोविड-19 के इस दौर में जब पूरी दुनिया इस भयंकर महामारी से जूझ रही है, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की कार्यकुशलता और समयबद्ध निर्णयों से प्रदेश की स्थित अन्य राज्यों के मुकाबले काफी बेहतर है। सरकार ने लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर कोविड को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि जहां तक अपने फैंसले पर यू-टर्न लेने की बात मुकेश अग्निहोत्री कह रहे हैं तो उन्हें ज्ञात होना चाहिए कि कोविड महामारी के कारण दिन-प्रतिदिन परिस्थितियां बदलती रहती हैं। इसलिए सरकार को भी वर्तमान परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए निर्णय लेने पड़ते हैं ताकि प्रदेश की जनता को इस महामारी से बचाया जा सके। परन्तु कांग्रेस पार्टी को प्रदेश की जनता की कोई परवाह ही नहीं है तो उन्हें जनहित के निर्णयों में भी राजनीति ही दिखाई देती है। उन्होनें कहा कि वास्तविक परिस्थिति को जानने के लिए एयर कंडीशन कमरो से बाहर निकलना पड़ता है लेकिन कांग्रेसी नेता पार्टी और विपक्ष दोनों बंद कमरों से चलाते हैं।