जिला ऊना के गगरेट विधानसभा क्षेत्र के सबसे पुराने और सैंकड़ों ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़ को स्तरोन्नत करा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाने की मांग जनता-जनार्दन ने दोबारा दोहराई है। वर्तमान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़ में एक मात्र डॉक्टर/ मैडीकल आफिसर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। जो कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के लिए नाकाफी साबित हो रही है। इस अस्पताल में हालांकि बहुत बड़ा परिसर और पुरानी इमारत हैं। जहां पर इस स्वास्थ्य केंद्र को आसानी से स्तरोन्नत करा स्थानीय ग्रामीणों को घर द्वार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़ बहुत पुराना स्वास्थ्य संस्थान है जो कि लगभग 35 सालों से भी ज्यादा समय तक खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय भी हुआ करता था। इस स्वास्थ्य केंद्र में आज भी डाक्टरों और अन्य मैडीकल स्टाफ के रहने के लिए पर्याप्त सरकारी आवास सुविधा भी उपलब्ध है। इससे लगता है कि सरकार द्वारा जानबूझकर ही इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की अनदेखी की जा रही है। निश्चित तौर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़ को आज तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना दिया जाना चाहिए था।
यह भी काबिले गौर है कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी आपातकालीन परिस्थितियों में रोगी वाहन ऐम्बूलैंस भी मुहैया नहीं कराया गया है। ग्रामीण लोगों को आपातकालीन परिस्थितियों में दूरदराज गगरेट, दौलतपुर और अम्ब अस्पतालों का रूख करना पड़ता है। अमलैहड़ और निकटवर्ती एक दर्जन गांवों के ग्रामीणों ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से जनहित में पुरजोर अपील की है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़ को तत्काल प्रभाव से स्तरोन्नत करा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना यहां कम से कम 25 विस्तरों के अस्पताल का प्रबन्धन होना चाहिए।
इलाका वासियों ने स्वास्थ्य विभाग से पुरजोर अपील की है कि अमलैहड़ में लेडी डाक्टर, डैंटल सर्जन औऱ स्टाफ नर्सों की कमी को भी तत्काल पूरा करवाया जाये। स्थानीय जनता ने गगरेट विधानसभा चुनाव क्षेत्र के विधायक से यह भी आग्रह किया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमलैहड़ परिसर का शीघ्रातिशीघ्र तत्काल विस्तारीकरण द्वारा यहां पर सर्व सुलभ पार्किंग सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाये ताकि मरीजों को लाने, ले जाने वाले अविभावकों को परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने अस्पताल अमलैहड़ की पुरानी जर्जर इमारत को भी गिराने और नवीनतम निर्माण की गुहार लगाई है ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके।