पूर्व मंत्री जीएस बाली ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने और प्रदेश को तरक्की की राह पर ले जाने में भाजपा सरकार का तंत्र पूरी तरह विफल हो चुका है। उन्होंने सोशल मीडिया में अपना बयान जारी करते हुए कहा कि जिस आलोचना और जबाबदेही को मुख्यमंत्री कांग्रेस का दुष्प्रचार बता रहे हैं वो कोई प्रचार नहीं, बल्कि आम जनता की रोज घर-घर में हो रही चर्चा है। जिसका निष्कर्ष जनता यही निकालती है कि सरकार विफल है और मुख्यमंत्री ख़ुद फ़ैसले लेने और उनके क्रियान्वन में असफल हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी मंत्री फील्ड में नहीं है न अपने विभाग में जमीनी कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री अपनी पावर का प्रयोग अभी सिर्फ नई-नई खरीददारी में ही कर पा रहे हैं। उस पावर से आम जनता और प्रदेश की तरक्की के लिए क्या करना है अफसरशाही से कैसे काम लेना है उसमें अभी फिसड्डी हैं। मुख्यमंत्री अपनी नाकामियां और कमजोरियां छिपाने के लिए कभी पार्टी के कार्यकर्ताओं तो कभी IT सेल की मदद मांगते फिर रहे हैं। बाली ने कहा कि सच यह है कि खुद भाजपा का कैडर भी यू-टर्न सरकार और उसकी ढीली प्रशासनिक पकड़ के कारण आम जनता के बीच किरकिरी से परेशान और त्रस्त है। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और IT सेल का काम सरकार के कार्यों को जनता के बीच पहुंचाने का है। उन्हें हथियार बनाकर विपक्ष से उलझने से कुछ नहीं होगा।
सरकार की छवि जनता में अक्षम सरकार की बन चुकी है। सरकार के अफलातून फैसलों की आलोचना सिर्फ कोई कांग्रेसी या विपक्ष नहीं कर रहा बल्कि इन नीतियों से त्रस्त आमजन कर रहा है। इसलिए सरकार कॉम पर ध्यान दे जो दो वर्ष की सत्ता अब बची है उसमें प्रादेशिक हित में कोई बड़े कार्य करे। अच्छा करेंगे तो जनता में खुद अच्छा संदेश जाएगा। किसी सेल की जरूरत विपक्ष को कोसने के लिए नहीं होगी। हिमाचल की जनता शिक्षित और जागरूक है। अच्छा बुरा समझती है किसी तंत्र-मंत्र से उसे बरगलाया नहीं जा सकता न भर्मित किया जा सकता है। जनता की आवाज को दुष्प्रचार की संज्ञा सरकार न दे बल्कि आत्ममंथन करे।