नूरपुर के पूर्व विधायक रणजीत सिंह बख्शी का 83 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया । रणजीत सिंह कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। इसके चलते उन्हें जालंधर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। रवीवार रात करीब 9 बजे इलाज के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया जिसके चलते उनका निधन हो गया। रणजीत बख्शी अपने पीछे पत्नी, 2 बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है जबकि बेटा अभी अविवाहित है।
बता दें कि रणजीत सिंह बख्शी भारतीय सेना से रिटायर्ड होने के बाद राजनीति में आए थे। उन्होंने 1996 में पहली बार कांग्रेस से टिकट हासिल कर उपचुनाव में जीत हासिल की थी। 1995 में सत महाजन के सांसद चुने जाने के बाद नूरपुर विस सीट के लिए उपचुनाव हुआ था। जिसमें सत महाजन ने अपने बेटे अजय महाजन के बजाय रणजीत सिंह बख्शी को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर पार्टी टिकट दिलाया था।
इस उपचुनाव में रणजीत बख्शी ने भाजपा की टिकट पर पहली बार चुनावी मैदान में उतरे मौजूदा वन एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया को हराकर जीत हासिल की थी। लेकिन अगले विस चुनाव में टिकट न मिलने से खफा रणजीत बख्शी ने 2003 के चुनाव में अपने राजनीतिक गुरु सत महाजन के खिलाफ चुनाव लड़ा। जिसके चलते उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया। इसके बाद वीरभद्र सिंह के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद 2007 के चुनाव से पहले एक बार फिर रणजीत सिंह बख्शी की पार्टी में वापसी हुई थी।