कोरोना पर सरकार के इंतजामों की पोल खोलने के लिए विपक्ष दल के 3 विधायक हर्षवर्धन चौहान, नंद लाल औऱ मोहन लाल बरागटा सामने आए। कांग्रेस के विधायकों ने सरकार पर कोरोना पर पूरी तरह असफल रहने के आरोप लगाए है। विधायकों का कहना है कि कांग्रेस तो शुरू से ही प्रदेश में बदइंतजामी का आरोप लगा रही है जिसको अब न्यायालय ने भी पुख्ता कर दिया है। सरकार बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में असफल रही है।
प्रदेश में मरीजों को ले जाने के लिए एम्बुलेंस कम पड़ गई है। अस्पतालों में कोरोना मरीजों को रखने तक कि जगह नहीं है। ऑक्सीजन की कमी अस्पतालों में चल रही हैं। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री तक अस्पतालों की अव्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा कर चुके है। सरकार प्रदेश की जनता को राम भरोसे छोड़ दिया है। मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मौतों का आंकड़ा भी रोज बढ़ रहा है। मौतों का जो आंकड़ा सरकार जारी कर रही है ये मामले इससे कहीं ज़्यादा है जिनको सरकार छिपा रही है।
कांग्रेस विधायकों ने कहा कि घर में रह रहे कोरोना के मरीजों को कोई नहीं पूछ रहा है। मोहन बरागटा ने कहा कि वह तो स्वयं कोरोना पॉजिटिव रहे हैं। जब वह अस्पताल में भर्ती हुए तो शव तक समय पर नहीं उठाये जा रहे थे। साफ सफ़ाई की हालत खस्ता है। इस लिए मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को पद पर बने रहने का हक़ नहीं है। इसलिए दोनों अपने पद से इस्तीफा दें।