निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिमला में छात्र अभिभावक मंच लगातार आंदोलनरत है। अभिभावक मंच ने एक बार फिर से शिक्षा निदेशालय का घेराव कर निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने चेताया है कि अगर शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों पर लगाम नहीं लगाई तो भविष्य में आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।अभिभावक मंच ने कोरोना काल में केवल ट्यूशन फीस ही लेने की मांग की है जबकि अन्य शुल्क में अभिभावकों को राहत देने की बात कही है।
छात्र अभिभावक मंच ने कहा है कि के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि बीते रोज शिक्षा निदेशालय की तरफ से एक अधिसूचना निकाली गई है। जिसमें निजी स्कूलों में पीटीए के गठन की बात कही गई है जो फीसों को लेकर तय करेगी। जबकि स्कूलों में 2020 में किसी भी स्कूल में पीटीए का गठन नहीं किया गया है। अगर पीटीए का गठन हो भी जाता है तो उसमें केवल निजी स्कूल के चहेते ही होते हैं जो निजी स्कूलों के हक में ही निर्णय लेते हैं। इसलिए सरकार निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाकर अभिभावकों से केवल ट्यूशन फीस लेने के निर्देश जारी करे। बाकी अन्य एनुअल फीस, कंप्यूटर लैब शुल्क सहित अन्य फण्ड में राहत देने का काम करे। अगर सरकार अभिभावकों की बात नहीं मानती है तो अभिभावक मंच सचिवालय घेराव से भी पीछे नहीं हटेगा।