ठियोग विधानसभा क्षेत्र में भाजपा युवा मोर्चा और माकपा विधायक राकेश सिंघा के बीच राजनीतिक जंग शुरू हो गई है। 5 दिसंबर को संधू में माकपा द्वारा रोके गए राष्ट्रीय उच्च मार्ग के दौरान एक व्यक्ति की मौत का मामला सियासी रंग लेने लगा है। सिंघा ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई सरकार ही नहीं बल्कि लोगों और अन्य राजनीतिक पार्टियों की भी जिम्मेदारी है।
राकेश सिंघा ने भारतीय युवा मोर्चा पर आरोप लगाया कि मोर्चा के कुछ कार्यकर्ता सोशल मीडिया में इस मौत पर दुष्प्रचार कर रहे हैं कि आंदोलन की वजह से व्यक्ति की मौत हुई । यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि रामसुख की मौत चक्का जाम की वजह से हुई। जबकि वास्तव में सुखराम जिनकी आयु 70 वर्ष उनको कारोना संक्रमण के चलते 3 दिसंबर को आईजीएमसी में दाख़िल किया गया। जबकि प्रदर्शन 5 दिसंबर को हुआ। उस व्यक्ति की दुःखद मौत भी 6 दिसंबर को हुई।
सिंघा ने दुष्प्रचार करने वाले लोगों को चेतावनी दी है कि वह 24 घण्टे में माफी मांगें। यदि मांफी नहीं मांगी तो वह दुष्प्रचार करने वालों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही अमल में लाएंगे।