प्रदेश में गत एक माह में कोरोना संक्रमण के मामलों और मृत्यु दर में भारी मात्रा में बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश सरकार ने संक्रमण मामलों में हुई बढ़ौतरी को देखते हुए शादी और अन्य समारोह पर कुछ पाबंदियां लगाई है। इन पाबंदियों के कारण कुछ दिनों से संक्रमण के मामलों में गिरावट भी हुई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सेजल का मानना है कि कोरोना की कड़ी को तोड़ने के लिए अभी इन पाबंदियों का रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक में इन पाबंदियों पर फैसला लिया जाएगा। लेकिन अभी इन पाबंदियों का रहना बहुत आवश्यक है जब तक संक्रमण के मामलों में भारी गिरावट नहीं आ जाती और कोरोना कड़ी नहीं टूट जाती। इस कोरोना की कड़ी को तोड़ने के लिए इन पाबंदियों का रहना बहुत आवश्यक है।
डॉ सैजल ने कहा कि गत एक माह के दौरान त्योहारों और अन्य समारोह के कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में भारी संख्या में बढ़ौतरी हुई है। जिसके चलते सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाए गए और कुछ पाबंदियां भी लगाई गई हैं। इसके परिणाम स्वरूप कुछ दिनों से संक्रमण के मामलों में कमी आई है। आने वाले 15 या 20 दिन काफी कठिनाई भरे हो सकते हैं जिसके चलते इन पाबंदियों और इससे संबंधित उपायों पर तीव्रता से कार्य करने की आवश्यकता है। वहीं, उन्होंने विपक्ष द्वारा इस्तीफे की मांग पर कहा कि अगर इस्तीफा देने से कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सकता तो देश के सभी स्वास्थ्य मंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए। यह एक बहुत ही सरल उपाय होता।
उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सबसे पहले यह फार्मूला कांग्रेस शासित प्रदेशों को देना चाहिए क्योंकि पंजाब में भी काफी हालात बिगड़े हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रबंधन बेहतर रहा हैं और यह फार्मूला कांग्रेस शासित प्रदेशों में लागू किया जाए। सैजल स्वयं कोविड वार्ड में गए हैं और कोरोना संक्रमित मरीजों से बातचीत की है और उनका कुशल क्षेम जाना है। क्या विपक्ष ने कोरोना संक्रमित मरीजों की पीड़ा को जाना है, क्या कभी उन्होंने उनके दर्द को जानने का प्रयास किया है। उन्हें भी चाहिए कि वह कोरोना संक्रमित मरीजों की पीड़ा और दर्द को समझे वह जाने यह समय राजनीति करने का नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना संक्रमण की दवा के बारे में बात करते हुए कहा कि जब भी यह दवा आएगी उसको वितरण करने संबंधी सभी तैयारियां की जा रही है और इसमें कोई परेशानी नहीं आएगी। दवा को रखने के लिए एक तापमान की आवश्यकता है जिसके लिए पूरी तैयारियां की जा रही हैं। सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन प्रदान की जाएगी।