हिमाचली टोपी का अपना एक रुतबा अपनी एक अलग पहचान है। ये टोपी पहड़ियों के सिर की शान है। लेकिन पहाड़ी टोपी ने लंबी चौड़ी सियासत भी देखी है। जहां कांग्रेस औऱ भाजपा दोनों ने टोपियों को सियासी रंग दिया। किन्नौरी और कुल्लवी टोपी को सियासतदानों ने अपने हिसाब से राजनीतिक रंग दे दिया। देश से विदेश तक हिमाचली टोपी अपनी अलग पहचान रखती है। पीएम तक इस टोपी को विदेशी धरती में अलग पहचान दिलवा चुके हैं।
हिमाचली टोपी का क्रेज़ युवाओं, महिलाओं से लेकर सभी वर्ग के लोगों में देखने को मिलता है। लेकिन आजकल सोशल मीडिया में हिमाचली टोपी खूब सुर्खियां बटोर रही है। सोशल मीडिया पर हिमाचली टोपी का "पहाड़ी टोपी चैलेंज" शुरू हुआ है। जो काफ़ी हिट चल रहा है। हर कोई हिमाचली टोपी का दीवाना नज़र आ रहा है। हर कोई पहाड़ी टोपी पहनकर अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहा है। "पहाड़ी टोपी चैलेंज" का खुमार सोशल मीडिया पर ख़ूब छाया हुआ है।