बीजेपी मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कृषि कानून को किसानों के हित में बताया। उन्होंने कहा कि इसका नुकसान सिर्फ दलालों को हो रहा न कि किसानों को। किसानों के पास इतना समय नहीं की दिल्ली में बैठकर धरना प्रदर्शन कर सकें। यह आंदोलन केवल अराजक तत्वों द्वारा भड़काया जा रहा है। मंडियों में इस कानून को लागू करने से लूट खत्म होगी। यह आंदोलन केवल कांग्रेस और वामपंथियों द्वारा फैलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में किसान आंदोलन नहीं चल रहा है। केवल कांग्रेसी नेता इस को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शायद कांग्रेस भूल गई है कि उन्हीं के घोषणापत्र के वायदे आज पूरे हो रहे हैं । कांग्रेस के नेता शरद पवार द्वारा इसी कानून को लागू करने के लिए पत्र भी लिखे गए थे। कांग्रेस पार्टी स्पष्ट करें कि वह पहले किसानों को गुमराह कर रही थी या अब।
बीजेपी प्रवक्ता ने का कि कांग्रेस पार्टी इस आंदोलन के माध्यम से अपने राजनीतिक हित साधने का प्रयास कर रही है और किसानों के कंधों पर बंदूक चला रही है। जो किसान संगठन इस आंदोलन में लगे हैं वह हट गर्मी बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा रखी सभी मांगे केंद्र सरकार ने मान ली हैं और प्रदेश सरकारों को भी कर लगाने या ना लगाने की अनुमति दे दी है बिजली की भी स्थिति यथा स्थिति रहेगी। एपीएमसी और एमएसपी रद्द नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वामपंथी सरकार और किसानों में समझौता नहीं होने दे रहे हैं और किसानों के समय में किसान बड़ी संख्या में आत्महत्या कर रहे थे। वामपंथी दल मोदी सरकार की लोकप्रियता से भयभीत हो गए हैं और सरकार की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। आंदोलन के माध्यम से विपक्षी दल अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहा है। आंदोलन में वही लोग है जो शाहीन बाग में नारे लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि एमएसपी की दरों में मोदी सरकार ने बड़ा सुधार किया है और केंद्र की सरकार एक ऐसी सरकार है जो देश के किसानों के हित में फैसले लेती है और बड़े स्तर पर व्यापक योजनाएं भी लाती है।