शिमला के लक्कड़ बाजार स्थित ऐतिहासिक आइस स्केटिंग रिंक में रविवार को इस साल में पहली बार आइस स्केटिंग करवाई गई। लेकिन वह भी पूरी नही हो पाई। आधी अधूरी स्केटिंग के बाद आसमान को बादलों ने ऐसे घेरा की आइस स्केटिंग का रोमांच भी संकट में घिर गया। मौसम बदलने के साथ ही बर्फ जमाना आसान नहीं है, लिहाजा स्केटिंग नहीं हो पाएगी। आइस स्केटिंग के लिए मौसम का साफ होना बेहद जरूरी होता है। क्योंकि साफ मौसम में ही बर्फ जम पाती है।
स्केटिंग क्लब के सहसचिव राजन भारद्वाज का कहना है कि अब शिमला आइस स्केटिंग इंटरनेशनल कार्निवाल भी मौसम पर ही निर्भर करता है। अगर मौसम ने साथ दिया तो दिसंबर के अंत में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्केटिंग के चाहने वालों के लिए कई तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी।
पिछले तीन सालों से लगातार ऐसा हो रहा है कि दिसंबर महिनें में मौसम के बेरुखी से स्केटिंग नहीं हो पा रही है। हर बार मौसम के साथ न देने की वजह से यह स्केटिंग 3 साल से नहीं हो पाई थी और इससे हर साल पर्यटक व राजधानी पहुंचने वाले स्केटरों को हताश होना पड़ रहा है।