देशभर में सड़क हादसों में मरने वालों का आंकड़ा हर साल बढ़ रहा है। 199 देशों में भारत अकेला ऐसा देश है जहां 11 फीसदी मौतें रोड़ एक्सीडेंट से हो जाती हैं। भारत में सलाना ढेड़ लाख लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल भी सड़क हादसों में पीछे नहीं है। हिमाचल में हर साल 3000 सड़क हादसे होते हैं, जिनमें हर साल 1200 लोग जान गवां बैठते हैं।
प्रदेश में सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हिमाचल देश भर में सड़क हादसों के मामले में 22 वे नम्बर पर है जबकि मृत्यु दर में 20वें स्थान पर है। हर हादसा एक मौत को दावत देता है। पुलिस विभाग ने इस को लेकर नये सिरे से प्लान किया। नतीजतन सड़क हादसों में कमी दर्ज की गई है।
हिमाचल में 2019 के मुकाबले 23 फीसदी सड़क हादसों में गिरावट आई है। 2019 में 2629 सड़क हादसों के मुकाबले 2020 में 30 नवंबर तक 2014 सड़क हादसे पेश आए। 2019 में 1020 मौत सड़क हादसों में हुई जबकि 2020 में ये आंकड़ा 788 है। जिसमे 22 फीसदी की कमी दर्ज की गई है।