केंद्र सरकार लागू किए गए के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। आज आंदोलन 23वें दिन में प्रवेश कर गया है। अब इनके समर्थन में चिपको आंदोलन से नई क्रांति लाने वाले नेता सुंदरलाल बहुगुणा भी मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि वह अन्नदाताओं की मांगों का समर्थन करते हैं। गौरतलब है कि जंगलों की अंधाधुंध कटाई के विरोध में 47 साल पहले उत्तराखंड में चिपको आंदोलन शुरू किया गया था जिसमें लोग पेड़ों से चिपक गए थे।
बता दें कि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन में हस्तक्षेप करने से मना कर दिया था। वहीं, कृषि कानूनों के खिलाफ तीन हफ्ते से जारी आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश के किसानों के साथ संवाद करेंगे। इसी कार्यक्रम में करीब दो हजार पशु और मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जाएंगे।