जनवरी 2017 से शिलिगुड़ी से लापता महिला चार साल बाद अपने परिवार से मिली। हरियाणा क्राइम ब्रांच टीम की मदद से लीला तामांग अपने परिवार से मिली। लीला तामांग मानसिक रोगी होने के चलते अचानक घर छोड़कर चली गई। भाषा की बाध्यता और ख़राब मानसिक स्थिति ने लीला को दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर किया। आख़िरकार लीला देवी शिमला के नारी निकेतन में पहुंची।
हरियाणा क्राइम ब्रांच को जब इस महिला का पता चला तो बड़ी मुश्क़त के बाद शिलिगुड़ी में महिला के परिवार को अप्रैल में ढूंढ निकाला। इस बीच लॉकडाउन लग गया जिसकी वजह से लीला तामांग का परिवार से मिलने का इंतजार ओर अधिक लंबा हो गया। आखिरकार आज सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद लीला को उसके परिवारवालों के सपुर्द कर दिया। हरियाणा क्राइम ब्रांच इससे पहले भी दर्जनों लापता लोगों को उनके परिवारों से मिला चुका है।
महिला लीला को अपनी भाषा के अलावा दूसरी भाषा नहीं आती है। लेकिन महिला के बेटे ने बताया कि उसकी मां 4 साल पूर्व ख़राब मानसिक स्थिति अचानक के चलते घर से गायब हो गई। उन्होंने मां को हर जगह ढूंढा और पुलिस में भी रिपोर्ट दर्ज़ करवाई लेकिन फिर भी उसका कहीं पता नहीं चला। एक दिन हरियाणा क्राइम ब्रान्च के एएसआई ने उनसे संपर्क किया तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। अब परिवार से मिलकर मां भी खुश है ओर परिवार भी।