बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे को लेकर मुख्यमत्री ने प्रधानमंत्री और उड्डयन मंत्री से दिल्ली में मुलाकात कर नागचला हवाई अड्डे के सर्वेक्षण को लेकर शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने का अनुरोध किया, बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति इसका पुरजोर विरोध करती है। मुख्यमंत्री एक तरफा फैसला और बल्ह के किसानों की अनदेखी करके निरंतर अपना सपना पूरा करने के सिवाय और कुछ नहीं कर रहे हैं।
समिति ने अनेकों बार मिलने के लिए समय मांगा लेकिन हमें आज तक समय न देकर यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि मुझ से ऊपर कोई नहीं है और बल्ह की उपजाऊ जमीन को उजाडना चाहती है, समिति इसकी कड़े शब्दों में निंदा व भर्त्सना करती है।बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डा अगर बनता है तो दो हजार परिवार तथा दस हजार की आबादी विस्थापित होगी उसके साथ हजारों की संख्या में मवेशी, प्रवासी मजदूर, विभिन्न प्रजातियों के पक्षी, कृषि के लिए इस्तेमाल करने की मशीनरी सब ख़तम हो जाएगी। हजारों नौजवान सरकार से नौकरी की आस लगाए बैठे हैं लेकिन सरकार के पास सरकारी नौकरी उपलब्ध न होने के कारण बल्ह का नौजवान खेत में नगदी फसल उगा कर अपना व अपने परिवार का पेट पाल रहा है।
सरकार से समिति आग्रह करती है कि कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले प्रस्तावित एयरपोर्ट मै उजड़ रहे किसानो से बात की जाए। अपने बयान में समिति के अध्यक्ष जोगिंदर वालिया, प्रेम दास चौधरी टावा, परस राम अध्यक्ष किसान सभा तथा नन्द लाल वर्मा सचिव बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने कड़ा एतराज जताया और कहा कि समिति कड़े से कड़ा फैसला लेने में देर नहीं करेगी और संघर्ष करने पर मजबूर हो जायेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।