पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने प्रदेश सरकार ने 3 साल के कार्यकाल को निराशा भरा करार दिया है। उन्होंने कहा कि तीन वर्षो में जयराम सरकार पूरी तरह से फेल हुई है। हर परीक्षा में सरकार को असफलता ही हाथ लगी है। मंडी में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों से अब इस सरकार की विदाई शुरू हो जाएगी। इन तीन वर्षो में प्रदेश सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार के सबसे बड़े केंद्र हैं, लेकिन सरकार किसी भी मामले में जांच तक नहीं करवा सकी है।
उन्होंने कहा कि 176 करोड़ रुपये के बड़े पाइप जल शक्ति विभाग में खरीदे गए हैं। जिनकी जरूरत नहीं थी, लेकिन इसके बाद भी इनकी खरीद गई है। अगले कई साल इन पाइप का भी प्रयोग भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार में स्वास्थ्य विभाग, जल शक्ति विभाग और अन्य विभागों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। मंहगे दामों में कोरोना में खरीददारी की गई। सेनेटाइजिर, पीपीई किट, आक्सीमीटर तक मंहगे दामों पर खरीदे गए। ऑक्सीजन खरीदने में भी बड़ा घोटाला हुआ है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस लगातार इस मामले में विजिलेंस जांच की मांग कर रही है, लेकिन सरकार जांच नहीं करवा रही है। जिससे साफ है कि सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। उन्होंने कहा कि साठ हजार करोड़ रुपये का ऋण हिमाचल प्रदेश के सिर हो चुका है और सरकार हर महींने कर्ज ले रही है। सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने को सरकार कर्ज ले रही है, लेकिन इसके बाद भी सरकार की फिजुलखर्ची जारी है।
उन्होंने कहा कि इन तीन सालों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी के लिए कुछ नहीं कर सके । जिला के 8 विस क्षेत्र पूरी तरह से नजरअंदाज हैं। सिर्फ सराज में विकास हो रहा है। अरबों की योजनाएं सिर्फ एक विस क्षेत्र के लिए सरकार दे चुकी है। अब तो लोग भी कहते हैं कि जयराम ठाकुर प्रदेश के नहीं बल्कि सराज के ही मुख्यमंत्री बन कर रह गए हैं।