जिला लाहौल के केलांग में उपायुक्त पंकज राय ने आज पर्यटन एवं स्नो फ़ेस्टिवल से सम्बंधित एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में जनप्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों ने भाग लिया। बैठक में उन्होंने जानकारी दी कि हिमाचल के पूर्ण राजयत्व की स्वर्णजयंती वर्ष के अवसर पर लाहौल में स्नो फ़ेस्टिवल के रूप में उत्सव आयोजित किया जाएगा। पर्यटन विकास के लिए और लाहौल -स्पीति के जनजातीय कला, संस्कृति, हस्तशिल्प और पारंपरिक वेशभूषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लाहौल में स्नो फ़ेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की इच्छा है कि अटल टनल रोहतांग के खुल जाने से लाहौल में पर्यटन के विकसित होने की अपार संभावनाएं हैं। इस साल हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राजयत्व के स्वर्णजयंती वर्ष के अवसर पर लाहौल को एक विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने औऱ यहां जनजातीय कला, संस्कृति, हस्तशिल्प औऱ पारंपरिक वेशभूषा, स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस वर्ष यहां स्नो फ़ेस्टिवल की शुरुआत करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि लाहौल घाटी में बर्फ से जुड़ी साहसिक खेलों को बढ़ावा देने और लुप्त हो रही पारम्परिक खेलों और संस्कृति के संवर्धन के उद्देश्य से भी इस फेस्टिवल का मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 7 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में जिले के अलग अलग हिस्सों में मनाया जयेगा।
पंकज राय ने कहा कि इस सम्बंध में आज बैठक कर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। जिसमें समस्त प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव दिए। इस आयोजन में पारंपरिक खेलों जैसे तीरंदाजी, छोलो; स्नो क्राफ्ट, स्किंग, सहित पारम्परिक कला-संस्कृति, वेष -भूषा, सभी घाटियों के स्थानीय खान-पान जैसे सत्तू, चिलड़ा, टीमो, आदि का समावेश रहेगा। यह कार्यक्रम सभी घाटियों के विशिष्टताओं के आधार पर किया जाएगा ताकि सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके। कार्यक्रम का उद्घाटन और समापन सत्र ज़िला मुख्यालय केलांग में आयोजित किये जायेंगे। इस उत्सव को क्या नाम दिया जाए, इसके लिये सभी को अपने सुझाव देने का आग्रह किया है।