नगर परिषद् मंडी की अध्यक्ष सुमन ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में नगर परिषद् मंडी को नगर निगम का दर्जा प्राप्त हुआ है तथा जल्द ही समार्ट सिटी का दर्जा भी प्राप्त कर लिया जाएगा। नगर परिषद् अध्यक्षा ने यह बात यहां की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को हुई बैठक में कही। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक मंडी नगर के चहुमुखी विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है जिसमें नगर निगम क्षेत्र की सभी 15 वार्डों के समुचित विकास हेतू योजनाएं होगी, जिसके अंतर्गत रोप वे का निर्माण करना, चेनेलाईजेशन, ऐम्बुलैंस रोड़, शौचालयों का जिणौद्धार, पार्क एवं पार्किंग स्थल विकसित करना गलियों, नालियों व सडकों की मुरम्म्त करवाने के कार्य किए जांएगें।
नगर परिषद् अध्यक्षा ने कहा कि मंडी को नगर निगम बनाने में यहां की सामाजिक संस्थाओं की अहम भूमिका रही तथा जब भी किसी प्रकार के सहयोग की जरूरत सामाजिक संस्थाओं की नगर परिषद् को रही, हमें सबका बढचढ कर सहयोग मिला। करोना महामारी के लॉकडाउन के दौरान व उसके बाद अभी तक जो सहयोग व कार्य सामाजिक संस्थाओं ने किए, हम इसके लिए कृतज्ञ है।
बैठक में नागरिक सभा के अध्यक्ष ओपी कपूर ने कहा कि मास्टर प्लान के बिना शहर की प्रगति नही हो सकती है नागरिक सभा शहर की समस्याओं को हर स्तर पर उठाती रही है। समस्याओं का समाधान होना चाहिए। रोटरी कल्ब के अध्यक्ष कुशहाल ठाकुर ने कहा कि रोटरीकल्ब मंडी शहर में 25 इलैक्ट्रिक रिक्शे लॉच करने जा रहा है ताकि प्रदूषण रहित वातावरण मिले। पर्यटकों को आर्किषत करने के लिए मंदिरों की कुनैक्टीविटी की जाए। शहर में सुनियोजित विकास कार्य किए जाए। पानी पाईप अन्य केवलों हेतू चैनल बने ताकि बार-बार खुदाई का कार्य न हों।
इंटैक प्रतिनिधि अनिल शर्मा ने कहा कि प्राचीन मंदिरों को रंग रोगन से बचाया जाए, मंदिरों के सामने से गुजरने वाली सिवरेज लाईनों को बदला जाए। प्राचीन हैरिटेज ईमारतों दरबार हॉल व एमर्सन हाउस का उसी स्वरूप में जिणोद्धार किया जाना चाहिए। वीरमंडल अध्यक्ष चंद्रशेखर वैध ने कहा कि शहर की गलियों में जो नालियां बनी है उसमें पेयजल पाईपें डाली गई है जिस वजह से नालियों का पानी सड़को पर आ रही है। हनुमानघाट स्थित शमशानघाट के कारण आसपास के घरों में घुआं व राख आ रही है वहां पर चिमनी का निर्माण किया जाना चाहिए।