हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू द्वारा हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान माननीय पुलिस महानिदेशक द्वारा हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण में संचालित किए जा रहे विभिन्न कोर्सों का अवलोकन करके लॉयर स्कूल कोर्स के 439 प्रशिक्षुओं और इनडोर/ आउटडोर प्रशिक्षकों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि प्रशिक्षण जवानों को अपने दैनिक कार्यों को निष्पादित करने में कुशलता, निपुणता व व्यवहारिक कौशलता प्रदान करता है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को बतलाया कि आप अपने प्रशिक्षण को मेहनत और लगन से पूरा करके समाज सेवा के लिए तैयार करें। क्योंकि समाज पुलिस से बहुत अपेक्षाएं रखता है।
उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 के चलते हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा सराहनीय सेवाएं निष्पादित की गई है जिसके लिए समूचा पुलिस पल बधाई का पात्र है। साल 2020 में पुलिस ने हर क्षेत्र में अच्छा काम किया है जिसके फलस्वरूप अपराधों में भी कमी आई है और पुलिस की साख आम जनमानस के बीच अच्छी बनी है। पदोन्नति और प्रशिक्षण के विषय पर उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ कम समय में अमल में लाया जाएगा और सभी पात्र पुलिस बल के सदस्यों को समय पर पदोन्नति मिल सके यह सुनिश्चित किया जाएगा। आने वाले वर्ष 2021 में लगभग 300 अन्वेषण अधिकारियों को विभिन्न- विभिन्न क्षेत्रों जैसे साइबर क्राइम, महिलाओं से संबंधित अपराधों इत्यादि में निपुण बनाया जाएगा ताकि वह अन्वेषण को व्यवहारिक तौर पर पूरा कर सकें।
कुंडू ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा आज पुलिस विभाग में रिक्त पड़े आरक्षियों के 1334 पदों को भरने की अनुमति प्रदान की गई है जिसके लिए पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश का धन्यवाद करते हुए बताया कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा द्वारा हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय को आगामी 5 वर्षों के लिए प्रतिवर्ष ₹10 करोड़ (कुल 50 करोड़) देने का आह्वान किया गया है जिससे प्रशिक्षण केंद्र के मूलभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए नई गति मिलेगी और जवानों को प्रशिक्षण के दौरान अन्य सुविधाएं भी प्राप्त होगी। उन्होंने प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ अतुल फुलझेले और उनकी टीम को बधाई देते हुए बताया कि प्रशिक्षण के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय और महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय द्वारा सरल हिन्दी भाषा में तैयार की गई भारतीय दंड संहिता की पुस्तक का भी विमोचन किया। इस पुस्तक में समावेशित पाठ्यक्रमों को पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के इंडोर स्टॉफ के अधिकारियों पुलिस उप अधीक्षक राजेश शर्मा, निरीक्षक प्रवीण राणा और सहायक उप निरीक्षक टेकचंद द्वारा तैयार किया गया है। पुलिस महानिदेशक द्वारा आज पुलिस की भूमि स्थित वनूरी पालमपुर का भी निरीक्षण किया गया। जिससे सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण अनुभाग को शिमला से बनूरी पालमपुर स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को गतिमान मिलेगा।