मतदाता सूचियों से नाम ग़ायब होने पर पूर्व मंत्री जीएस बाली ने सवाल उठाए। जीएस बाली ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि पंचायती राज चुनाव आ चुके हैं लेकिन कई लोगों के नाम मतदाता सूचियों से ग़ायब है। इन लोगों में अधिकांश ऐसे लोग हैं जो अभी पिछले साल ही लोकसभा चुनाव में वोटर रहे थे। कई लोगों के वोट बने हुए हैं। मतदाता पहचान पत्र भी है लेकिन वोटर लिस्ट से नाम ग़ायब है।
इस सबके क्या कारण हैं? क्यों यह स्थिति पैदा हुई? और इन सब पर मै चर्चा नहीं करता। लेकिन प्रदेश सरकार औऱ चुनाव आयोग इस बारे में तुरन्त संज्ञान ले। कोई प्रावधान निकालकर हर नागरिक के मतदान को सुनिश्चित करें। कोरोना काल मे लोग उलझे हुए थे। किसी कारणवश लोग मतदाता सूचियों के पुर्नगठन बारे में ध्यान न दे पाए तो उन्हें मत के अधिकार से महरूम न किया जाए । मतदान हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है उसे किसी भी वैकल्पिक प्रावधान से सुनिश्चित किया जाए। प्रदेश सरकार जल्द जनता हित में चुनाव आयोग से सामंजस्य बनाकर कोई हल निकाले।