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बर्ड फ्लू से हो रही पौंग झील में परिंदों की मौत, जालंधर और पालमपुर की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

मृत्युंजय पुरी |

पौंग झील में विदेशी परिंदों की रहस्यमयी मौत का सिलसिला लगातार जारी है। झील में अब तक 1775 से अधिक परिंदों की रहस्यमयी तरीके से मौत हो चुकी है। सोमवार को पौंग झील में विदेशी परिंदों की मौत को लेकर नया खुलासा हुआ है। जालंधर और पालमपुर से आई रिपोर्ट के मुताबिक झील में परिंदों की मौत का कारण बर्ड फ्लू है। हालांकि अभी भोपाल से रिपोर्ट आना बाकि है। रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि यह फ्लू का कौन सा प्रकार है। 

जिला प्रशासन के मुताबिक यह बर्ड फ्लू संभावित है। उपायुक्‍त ने पॉल्‍ट्री फार्म में विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी है। इसके अलावा जिला कांगड़ा के चार उपमंडल इंदौरा, फतेहपुर, जवाली और देहरा में मुर्गा व अंडे की बिक्री पर रोक लगा दी है। संबंधित दुकानें आज से आगामी आदेश तक बंद रहेंगी। पौंग बांध का एक किलोमीटर क्षेत्र रेड जोन बनाया गया है, इसके अलावा नौ किलोमीटर तक क्षेत्र सर्विलांस जोन बनाया गया है। पौंग बांध क्षेत्र में आवाजाही पर प्रशासन ने तीन दिन पहले ही रोक लगा दी थी। 

उपायुक्त ने इस क्षेत्र के पशुपालकों से भी आह्वान किया है कि वह अपने मवेशियों के साथ इस क्षेत्र में न जाएं ताकि कोरोना जैसी घातक बीमारी से जूझने के दौरान बर्ड फ्लू से भी सभी लोग प्रभावित न हो। यदि ऐसा होता है तो जिला प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग की भी मुश्किलें बढ़ जाएंगी। क्योंकि बर्ड फ्लू के सिम्टम्स कोरोना की तरह ही होते हैं । ऐसे में यह जांच कर पाना भी मुश्किल हो जाएगा कि लोगों में बर्ड फ्लू के लक्षण हैं या कोरोना के ।