हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने बिलासपुर के बहुचर्चित डॉ. ज्योति आत्महत्या मामले में कड़ा संज्ञान लिया है। कोर्ट ने इस मामले पर प्रदेश सरकार से जवाब-तलब किया है। कार्यवाहक चीफ जस्टिस संजय करोल और जस्टिस अजय मोहन गोयल की बैंच ने मृतिका के पिता राम चंद ठाकुर द्वारा मुख्य जस्टिस के नाम लिखे पत्र पर संज्ञान लेते हुए सरकार से जवाब मांगा है।
इस पत्र में डॉ. ज्योति के पिता ने आरोप लगाया था कि डॉ. ज्योति की किसी ने हत्या की है और उसे आत्महत्या का नाम दिया जा रहा है। मृतका के पिता के मुताबिक जब वह घटना स्थल पर पहुंचा तब तक पुलिस कमरे की तलाशी ले चुकी थी और वहां पर शराब की बोतल भी बरामद हुई हैं। इस पत्र में आरोप लगाया गया था कि पुलिस किन्ही रसूखदार लोगों को बचाने के लिए हत्या को आत्महत्या का नाम दे रही है। पत्र में उन्होंने मुख्य न्यायाधीश से निष्पक्ष की जांच की मांग की गई थी।