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इंसानों के लिए कोरोना से ज्यादा घातक है बर्ड फ्लू! डेथ रेट 50 फीसदी से अधिक

अश्वनी कुमार |

देश में अभी कोरोना का संकट टला भी नहीं कि बर्ड फ्लू के रूप में एक और मुसीबत सामने आ गई है। बर्ड फ्लू कोरोना वायरस से भी ज्यादा घातक माना जा रहा है जिसका एक मुख्य कारण है मृत्यु दर। कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर 3 फीसदी है जबकि बर्ड फ्लू से मृत्यु दर 50 फीसदी से भी अधिक है। बर्ड फ्लू से संक्रमित लोगों में से आध से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। इसी खतरे को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्य ने अलर्ट घोषित किया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अभी तक हिमाचल प्रदेश, पंजाब के पंचकूला, राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल सहित 10 राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। हिमाचल की पौंग झील में बर्ड फ्लू से अब तक 2 हजार से अधिक पक्षियों की मौत हुई है। पंचकूला में लाखों की तादाद में मुर्गियों की मौत भी संक्रमण का कारण है। बाकी राज्यों में भी कौओं सहित बाकी पक्षियों की मौत का कारण भी यही फ्लू है। सभी राज्यों की सरकारें अभी से इस समस्या के लिए जुट गई हैं और इसकी रोकथाम के लिए हर क़दम उठा रही हैं।

इंसानों के लिए कितना घातक है फ्लू

बर्ड फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है जिसे एवियन इन्फ्लूएंजाभी कहते हैं। इंफ्लूएंजा के 11 वायरस हैं जो इंसानों को भी संक्रमित करते हैं। लेकिन इनमें से सिर्फ 5 वायरस ही ऐसे हैं जो इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। बर्ड फ्लू पक्षियों के जरिए ही इंसानों में फैलता है। ये वायरस H5N1, H7N3, H7N7, H7N9 और H9N2 हैं। इनमें सबसे ज्यादा खतरनाक है H5N1 बर्ड फ्लू वायरस।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, H5N1 को 1997 में खोजा गया था। इस वायरस से संक्रमित होने पर 60% मामलों में मौत हो जाती है। H5N1 बर्ड फ्लू वायरस को लेकर सबसे बड़ी परेशानी ये है कि यह वायरस हवा से फैलता है और तेजी से म्यूटेशन भी करता है। हालांकि इंसानों से इंसानों में इसके संक्रमण के मामले कम देखे गए हैं, लेकिन पक्षियों और जानवरों के जरिए इंसानों में इसका संक्रमण जरूर फैला है। इसलिए अगर संक्रमण फैला तो ये वायरल काफी घातक हो सकता है।

हिमाचल में अलर्ट जारी, सरकार सतर्क

हिमाचल की बात करें तो बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए सरकार ने पहले ही पाबंदियां लगा दी हैं। पौंग झील में सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। झील के आस पास के 1 किलोमीटर के दायरे में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। जबकि 9 किलोमीटर का एरिया निगरानी में रहेगा। इसके साथ ही 119 मुर्गे के सैंपल भी लिए गए हैं जिसकी रिपोर्ट आना अभी है। हिमाचल के पोंग डैम में ही इसी तरह की समस्या देखने को मिली हैं। बीक डैम से फिलहाल किसी पक्षी या पशु के संक्रमित होने की ख़बर नहीं है। 

बर्ड फ्लू के लक्षण- 

बर्ड फ्लू होने पर आपको कफ, डायरिया, बुखार, सांस से जुड़ी दिक्कत, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है। अगर आपको लगता है कि आप बर्ड फ्लू की चपेट में आ गए हैं तो किसी और के संपर्क में आने से पहले डॉक्टर को दिखाएं।