हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सह परियोजना निदेशक पद पर पहली नियुक्ति कांगड़ा जिला में की गई है। एचएएस अधिकारी ओशिन शर्मा को धर्मशाला में प्रदेश की पहली सह परियोजना निदेशक नियुक्त किया गया। हिमाचल प्रदेश सरकार ने जिला स्तर पर डिप्टी उायरेक्टर कम डिस्टरिक्ट मिशन के 12 पद सृजित किए हैं। इस पद पर आसीन होने से पहले ओशीन शर्मा नगरोटा सूरियां में बतौर खंड विकास अधिकारी सेवारत थीं।
इस पहल के तहत कांगड़ा जिला में सभी 15 विकास खंडों में स्वयं सहायता समूहों के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं समग्र लाभ दिलाते हुए आजीविका के नए अवसर पैदा होंगे। नई जिम्मेदारी को लेकर ओशीन शर्मा ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के जरिए नारी सशक्तिकरण की दिशा में इस योजना के दूरगामी परिणाम होंगे।
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये उनकी गरीबी दूर करना है। यह महत्वाकांक्षी कार्यक्रम इस बात में विश्वास रखता है कि गरीबों की सहज क्षमताओं का सदुपयोग हो और देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था में उनका योगदान हो। इसके लिए उनकी सूचना, ज्ञान, कौशल, संसाधन, वित्त और सामूहिकीकरण से जुड़ी क्षमताएं विकसित की जाएं।