पौंग बांध में फैले बर्ड फ्लू की स्थिति का आकलन करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आज से दो दिन के दौरे के लिए धर्मशाला पहुंच गए हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में जिला प्रशासन के साथ बैठक कर आगामी रूपरेखा तैयार की। मुख्यमंत्री ने कहा की बर्ड फ्लू को लेकर सरकार गंभीर है। इसके लिए पौंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की पूरी निगरानी सुनिश्चित की जा रही है और त्वरित प्रतिक्रिया दल भी गठित कर दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश पशुपालन विभाग को जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने उम्मीद जताई की जल्द ही इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पौंग बांध क्षेत्र में अभी तक बर्ड फ्लू से 3410 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है। इन पक्षियों को पूरे प्रोटोकॉल के साथ दफनाया जा रहा है, ताकि किसी भी स्तर पर संक्रमण का खतरा नहीं रहे। पशुपालन विभाग और वन्य प्राणी विभाग की 65 टीमें पौंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की निगरानी कर रही हैं। बर्ड फ्लू की गंभीरता को देखते हुए पशुपालन विभाग द्वारा पोल्ट्री के सेंपल भी आरडीडीएल जालंधर को जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है तथा इसके लिए भी विभागीय अधिकारी आवश्यक कदम उठाएं।
मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के 1200 के करीब पॉजिटिव मामले हैं, जिसमें कांगड़ा जिला के तीन सौ पॉजिटिव मामले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर के बाद कोरोना पॉजिटिव मामले कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन अभी भी सभी लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को लेकर सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण अभियान की तैयारियां भी प्रदेश में पूर्ण कर ली गई हैं तथा निर्धारित निर्देशों के अनुसार ही टीकाकरण अभियान को सफल बनाया जाएगा।
CM ने जोनल अस्पताल धर्मशाला में टीकाकरण के पूर्वाभ्यास का जायजा भी लिया।
इससे पहले उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कांगड़ा जिला के पौंग बांध में बर्ड फ्लू से निपटने की तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर पशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विक्रम सिंह, वन्य प्राणी विभाग की अरण्यपाल उपासना पटियाल ने बर्ड फ्लू से बचाव पर आधारित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन ने कोविड-19 की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी।