पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के दूसरे चरण में भी मतदाताओं का जोश कम नहीं हुआ। मंडी जिले के गांवों में इन चुनावों के चलते उत्सव जैसा दृश्य बना हुआ है और मेलों जैसा माहौल लग रहा है। मतदान केंद्रों के आसपास पोस्टरों बैनरों से की गई सजावट देखते ही बनती है। पहले चरण में देश की सबसे कम उम्र की पंचायत प्रधान कल्हणी की खीरामणी के प्रधान चुने जाने से मंडी जिला के युवाओं के उत्साह में और जोश आया है।
दूसरे चरण में युवाओं ने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को चुनने में अहम भूमिका निभाई। मंडी के बल्ह विधानसभा क्षेत्र की नवगठित स्यांह पंचायत के टावां निवासी शालिनी ने पहली बार मतदान किया। शालिनी ने पहला ही वोट अपने पिता राजू राम वालिया को दिया जो उप प्रधान पद के उम्मीदवार हैं। इसी के साथ स्नेहा और निशा ने जैसे कई नौजवानों ने वोट डाला।
लोकतंत्र के इस महायज्ञ में बड़े-बुजुर्गों ने भाग लेकर मतदान केंद्रों तक पहुंच कर अपनी ओर से आहुति डाली। मंडी जिला की हारगुनैन की 105 वर्षीय रिडकी देवी, छातड़ू पंचायत की 100 साल की स्वारी देवी, स्यांह के 104 साल के डाहलू राम, करसोग की भनेरा पंचायत के 80 साल के जगत राम, पसल की 88 साल की जुगी देवी, लडभड़ोल की 97 साल की बोदी देवी अपने परिजनों का सहारा लेकर मतदान केंद्र तक पहुंचे। द्रंग के चुक्कु में वृद्धा को परिजन उठाकर मतदान केंद्र तक लाए।